हमेशा से ही आने दबंग अंदाज़ में पुलिसिंग करने की वजह से लोगो के बीच काफी मशहूर रहे पटना के एसएसपी मनु महाराज़ इन दिनों एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार उनके सुर्खियों में आने की वजह है वह बच्चा जिसे की उन्होंने अगवा होने के मात्र 7 घंटे के अंदर किडनैपर्स से सही सलामत छुड़वा लिया और साथ ही उन बदमाशो की भी पहचान हो चुकी है। पुलिस अब उनकी धर पकड़ के लिए तेज़ी से अभियान चला रही है। मनु महाराज के काम करने के इस अंदाज़ से लोग आज उनकी तारीफे करते हुए नही थक रहें। तो चलिये बताते है इस अपरहण के पूरे मामले के बारे में आपको…
बच्चों का अपहरण
बताया जा रहा है कि घटना बीते सोमवार की है जब दोपहर 1:30 बजे स्कूल से घर लौट रहे Lkg के छात्र 6 वर्षीय सौरव को उनकी बहन के घर से लगभग 50 मीटर की दूरी से बाइक सवार अपराधियो ने बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया। उनकी बहन बूबी के मुताबिक उन्होंने उन दोनों अपराधियो को सुबह स्कूल जाते वक्त भी गेट के पास देखी थी। उस वक़्त तो उन अपराधियो ने सौरव को छोड़ वहां से वापस चले गए पर वह वापस से छुट्टी के वक़्त उसी जगह पर नज़र आयें जिसमे की एक लड़के ने अपना चेहरा छिपा रखा था वही दूसरे ने ब्लू रंग की जैकेट पहन रखी थी।
बताया जा रहा है कि घटना बीते सोमवार की है जब दोपहर 1:30 बजे स्कूल से घर लौट रहे Lkg के छात्र 6 वर्षीय सौरव को उनकी बहन के घर से लगभग 50 मीटर की दूरी से बाइक सवार अपराधियो ने बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया। उनकी बहन बूबी के मुताबिक उन्होंने उन दोनों अपराधियो को सुबह स्कूल जाते वक्त भी गेट के पास देखी थी। उस वक़्त तो उन अपराधियो ने सौरव को छोड़ वहां से वापस चले गए पर वह वापस से छुट्टी के वक़्त उसी जगह पर नज़र आयें जिसमे की एक लड़के ने अपना चेहरा छिपा रखा था वही दूसरे ने ब्लू रंग की जैकेट पहन रखी थी।
बॉबी के मुताबिक छुट्टी होने के साथ ही जब हम दोनों स्कूल से निकले उस वक़्त उन अंकल ने सौरभ का नाम बुलाया और पूछा कि बेटा आप लोगो की स्कूल की छुट्टी हो चुकी है क्या। आपके पापा आपको जल्दी बुला रहे है। इसके बाद अपराधियों ने उन दोनों बच्चो को चॉकलेट भी दिए और मुझसे कहाँ की बाबू आप चले जाओ हम सौरव को उनके पापा के पास छोड़ आयेंगे। बॉबी उस वक़्त घर चली गयी और उसने यह सारी घटना को अपने माँ के सामने बता दिया। घटना के बारे में सुनने के बाद बॉबी की माँ ने सौरव के पिता को फ़ोन कर इस घटना की जानकारी दी जिसे सुनकर सौरव के पिता के पैरों तले जमीन खिशक गयी।
घटना की जानकारी मिलने के साथ ही सौरव के पिता ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और फिर पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत हरकत में आई। जिसके बाद बच्चे के अपहरण स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया। जिसके बाद पुलिस को अपराधियो के बारे में कुछ सबूत हाथ लगे। उसके बाद पुलिस को एक शख्स के द्वारा उस बात की जानकारी मिली कि सोनपुर रेलवे स्टेशन के पास एक बच्चे को लावारिस हालात में देखा गया है। पुलिस ने उस बच्चे को अपने कब्जे में लेकर जब उससे जानकारी ली तो उस बच्चे ने पूरी घटनाक्रम को बताया। बच्चे के मुताबिक उसके मामा उसे यहाँ फुसला कर लाये थे पर उसे यहाँ छोड़ कर भाग गए।
बच्चे से जब उसके बारे में पूछा गया तो उसने अपना नाम सौरव बताया और उसने यह भी बताया कि उनके पिता का नाम संतोष रजक है और माता का नाम ऊषा। उसके बाद पुलिस ने बच्चे से उसके घर का पता पूछा तो उस बच्चे ने अपना घर पटना बाईपास बताया। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और बच्चे को उसके परिवार से मिलाने के लिए उसके संबंधित थाने ले गयी जहाँ पता चला कि वह वही बच्चा है जिसे की सोमवार के दिन अपहरण कर लिया गया था।