जानलेवा कोरोना संकट का सामना कर रहे देश के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार से मांग की है कि लोगों की मदद के लिये मनरेगा स्कीम का इस्तेमाल किया जाये। सोनिया गांधी ने कहा कि यह भाजपा बनाम कांग्रेस की बात नहीं है, लिहाजा मनरेगा जैसे ताकतवर प्रोग्राम का उपयोग कर सरकार देशवासियों की मदद करे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख के जरिये ये बात कही है। उन्होंने लिखा है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एक क्रांतिकारी और तर्कसंगत व्यवस्था परिवर्तन का शानदार उदाहरण है। सोनिया ने लिखा, 'यह क्रांतिकारी है क्योंकि इसने गरीब से गरीब व्यक्ति को सत्ता हस्तांतरित की और उन्हें भूख और अभाव से बचने में सक्षम बनाया। यह तर्कसंगत है क्योंकि यह उन लोगों के हाथों में सीधे पैसा डालता है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है।'
मनरेगा की आवश्यकता को बताते हुये सोनिया गांधी ने लिखा कि मौजूदा वक्त में जब देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है, ऐसे में इस संकट की घड़ी में भुखमरी और बर्बादी को रोकने के लिये ये योजना बेहद अहम है। सोनिया गांधी ने सरकार से कहा कि ये संकट का समय है, राजनीति का नहीं। ये कांग्रेस बनाम बीजेपी का मुद्दा नहीं है। मनरेगा के रूप में सरकार के पास एक शक्तिशाली सिस्टम है, भारतवासियों के लिये उसका इस्तेमाल करें। गौरतलब है कि जब से कोरोना वायरस संकट पैदा हुआ है, कांग्रेस पार्टी की तरफ से लगातार मजदूरों-गरीबों को सीधे पैसा देकर मदद पहुंचाने की मांग की जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत पूरी पार्टी एकमत होकर सरकार से ये मांग रही है कि जो जरूरतमंद हैं उन्हें संकट की इस घड़ी में सीधे हाथ में पैसा दें। इसी कड़ी में अब सोनिया गांधी ने यूपीए सरकार के दौरान शुरू की गई मनरेगा योजना का इस्तेमाल कर गरीब-मजदूर की मदद करने की मांग की है।