एक जीव ऐसा जिसके घर में घुसने से ही मिलता है मौत का संकेत

कई बार आपने किसी पेड़ पर उल्टे लटके पंक्षी को देखा होगा क्‍या आपको पता है वो भी एक पक्षी ही है। जो देखने में तो काफी अजीब सा लगता है और डरावना भी लेकिन ये ज्‍यादातर रात में ही निकलने वाले इस पक्षी होते हैं जिन्‍हें हम चमगादड़ कहते हैं। इनकी आवाज भी काफी डरावनी होती है। चमगादड़ एक रात्रिचर प्राणी होता है जो अधिकतर सूनसान जगहों पर रहना पसन्द करते हैं। लेकिन वहीं कई जगहों पर चमगादड़ को अशुभ भी माना गया है। इन प्राणीयों का भोजन मृत जानवरो का मांस उनका खून होता है चमगादड़ो के दांत इतने तेज़ नुकीले मजबूत होते है की ये जिस इंसान या जानवर में चिपक जाए तो उसका खून पीकर ही छोड़ते है।
माना जाता है कि ये अगर घर में प्रवेश कर आए तो जरूर कुछ बुरा होने वाला होता है वहीं ये भी कहा जाता है कि चमगादड़ घर में घुस आए तो मौत लेकर आती है। लेकिन अभी तक तो लोग इसे एक मान्‍यता के रूप में विश्‍वास करते थें पर अब इसका वैज्ञानिक कारण भी सामने आया है जी हां बताया जा रहा है कि चमगादड़ के पंखों में कुछ इस तरह के खतरनाक बैक्टीरिया होते हैं जिसके इन्फेक्शन से इन्सान की मौत भी हो सकती है।
यही कारण है कि अगर किसी यदि किसी व्यक्ति पर चमगादड़ हमला कर दे तो समझों उसकी मौत हो गई। यह किसी प्रकार का अंधविश्वास नहीं, बल्कि इसके पीछे बैक्टीरिया के हमले से होने वाली मौत है। एक भूरा चमगादड़ लगभग 40 साल तक जीता है जो कि इन जैसे आकार वाले स्तनधारियों से कही ज्यादा है। चुहे और छछुंदर दो साल से भी कम जीते है।
चमगादड़ों को सुनने की क्षमता बहुत ज्यादा होती है और एक बाल की हरकत को भी सुन सकते है। वैज्ञानिक चमगादड़ो के थूक में पाए जाने वाले पदार्थ “anticogulation” का दिल के रोगो से पीड़त मरीजो के इलाज के लिए उपयोग करने में सक्षम हैं। वहीं कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जो कि चमगादड़ के हमले से मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसके बाद से लोगों के अपील किया गया है कि वो घर में चमगादड़ घूसने को किसी प्रकार के अंधविश्वास से न जोड़ें और सबसे पहले डॉक्टरी मदद लें। वहीं चमगादड़ को लेकर कई देशों में अलग-अलग धारणाएं हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
1. भारत में कहीं-कहीं चमगादड़ को शुभ माना गया है वहीं कुछ जगह ऐसे भी हैं जहां इसे अशुभ माना जाता है लेकिन अगर बात करें बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों की तो वहां चमगादड़ को लक्ष्मी का वाहन माना गया है।
3. वहीं अगर भारत से सटे चीन की बात करें तो चमगादड़ को बुरा नहीं माना जाता क्‍योंकि के घरों में पांच चमगादड़ों वाले प्रतीक शुभ चिह्न रखने की परंपरा है।
2. अगर बात करें ब्रिटेन की तो वहां के घरों में अगर चमगादड़ प्रवेश कर जाए तो प्रशासन की अनुमति के बगैर उसे बाहर नहीं निकाला जा सकता इसके पीछे का कारण ये है कि वहां चमगादड़ पकड़ने के लायसेंस जारी होते हैं। जिस व्यक्ति के पास लायसेंस होता है, वहीं चमगादड़ को हाथ लगा सकता है।
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