वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने कहा है कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रारुप अभी बना रहेगा क्योंकि अभी भी यह आईसीसी के लिए काफी लाभप्रद बना हुआ है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और भारत के राहुल द्रविड़ ने टी20 की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए एकदिवसीय के भविष्य को लेकर आशंका जतायी थी पर होल्डिंग इससे सहमत नहीं हैं। इस दिग्गज गेंदबाज ने कहा है कि 50 ओवरों के प्रारूप का कुछ नहीं बिगड़ने वाला है। होल्डिंग ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि आईसीसी कभी 50 ओवरों की क्रिकेट को हटाना चाहेगी क्योंकि जहां तक टीवी अधिकारों का सवाल है तो इससे उसकी सबसे अधिक कमाई होती है।
अगर यह समाप्त किया जाता है तो उसकी टीवी प्रसारण से होने वाली कमाई घट जाएगी।’’ होल्डिंग हालांकि टी20 को ज्यादा पसंद नहीं करते हैं उनका कहना है कि अब इस प्रारुप को और छोटा बनाने से रोकना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘लोग आज टी20 के आक्रामक अंदाज का आनंद उठाते हैं। वहीं जब 10-10 ओवरों का मैच होगा तो आप पाएंगे कि लोगों का टी20 में मन नहीं लग रहा है। और मुझे यह भी लगता है कि आने वाले समय में लोगों को लगेगा कि पांच-पांच ओवरों का खेल होना चाहिये, जो सही नहीं है। ’’
होल्डिंग ने कहा, ‘‘कुछ लोग इनकी तरफ आकर्षित हो जाएंगे पर मेरा मानना है कि आपको हमेशा इस तरह के लोगों का ही ध्यान नहीं रखना चाहिए। आप खेल को इसप्रकार छोटे से छोटा नहीं कर सकते। हम इस दिशा में आगे नहीं बढ़ सकते क्योंकि तब आपके पास देखने को कुछ नहीं बचेगा।’’ वहीं कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए गेंद पर लार का उपयोग प्रतिबंधित करने की आईसीसी क्रिकेट समिति की सिफारिशों से उन्हें किसी तरह की व्यावहारिक परेशानी सामने आने की उम्मीद नहीं है पर क्रिकेटरों को इसका अभ्यस्त होने में समय जरुर लगेगा।
होल्डिंग का मानना है कि पसीना भी गेंद को चमकाने में लार की तरह प्रभावशाली हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘आपको गेंद पर नमी ही तो लानी है और आप पसीने से भी उसे हासिल कर सकते हो। आपको लार का उपयोग करने की जरूरत नहीं है। आपके हाथ या माथे का पसीना भी लार की तरह ही काम कर सकता है और मैंने किसी से यह नहीं सुना है कि पसीने से कोविड-19 फैल सकता है।’’