यूँ तो एक नयी नवेली दुल्हन को ससुराल जाने के बाद बहुत से नियमो का पालन करना पड़ता है और ससुराल वालो की बहुत सी बातों को न चाहते हुए भी मानना पड़ता है. मगर आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताएंगे, जिसके बारे में जानने के बाद आप भी हैरान रह जायेंगे. जी हां इस घटना के अनुसार नयी नवेली दुल्हन ने अपने ससुराल वालो के सामने ऐसी शर्त रखी, जिसके बारे में जान कर हर कोई हैरान है. गौरतलब है कि यह मामला यूपी के बांद्रा इलाके का है. जहाँ विदाई होने के बाद दुल्हन ने एक ऐसी शर्त रखी, जिसे सुन कर न केवल शादी में आये मेहमान, बल्कि दुल्हन के सास ससुर और उसका पति भी हैरान रह गया.
अब ये तो सब को मालूम है कि विदाई के बाद हर दुल्हन रोती है, लेकिन बांद्रा की इस नयी नवेली दुल्हन ने कुछ ऐसा काम कर डाला, कि सब को हैरान ही कर दिया. गौरतलब है कि माथे पर ताजा सिंदूर और हाथो में मेहँदी, कलाई में कंगन और लाल जोड़े में सजी संवरी ये दुल्हन बुधवार को परीक्षा केंद्र में आकषर्ण का केंद्र बन गई. जी हां यक़ीनन ये सब पढ़ कर आप भी चौंक गए होंगे. दरअसल इस दुल्हन को ससुराल जाने से पहले बोर्ड की परीक्षा देनी थी. इसलिए इसने विदा होकर सुसराल जाने से पहले बोर्ड की परीक्षा देना ज्यादा बेहतर समझा. आपको जान कर ताज्जुब होगा कि विदाई होने के बाद दुल्हन के सास ससुर. उसका पति और कई अन्य लोग उसे सजी धजी कार में परीक्षा केंद्र तक लेकर गए. जी हां जहाँ लड़की की परीक्षा होनी थी.
गौरतलब है कि बबेरू क्षेत्र के टोला कलां गांव की अर्चना देवी की मंगलवार की रात को शादी थी. वही बारात फतेहपुर जिले के खागा कस्बे से आई थी. ऐसे में शादी के इस खास मौके पर रात भर शहनाई और शादी की रस्मे हुई. बरहलाल मंगलवार को शादी होने के बाद, बुधवार की सुबह विदाई होना तय हुआ था. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अर्चना इंटर की परीक्षार्थी थी. जिसके चलते अर्चना ने कहा कि पहले वो बोर्ड की परीक्षा देगी और उसके बाद ही अपने ससुराल में ग्रह प्रवेश करेगी. वही अपनी नयी नवेली बहु की इस शर्त को सुन कर उसके सास ससुर भी बेहद खुश हुए. गौरतलब है कि दोपहर को मायके से विदाई होने के बाद दुल्हन को सुसराल की बजाय सीधा जेपी शर्मा इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र ले जाया गया.
इसके इलावा दुल्हन के साथ उसका पति अनूप, उसका भाई रजनीश, उसका जीजा संतोष कुमार और लड़की का फूफा श्रवण कुमार भी मौजूद थे. हालांकि ऐसा मामला पहली बार देखने को नहीं मिला है, क्यूकि इससे पहले भी ऐसा मामला कई इलाको में देखा जा चुका है. वैसे इस मामले को देखने के बाद हम तो यही कहेगे कि लोगो की सोच वास्तव में काफी बदल रही है. वरना आज के जमाने में कौन सा ऐसा ससुराल होगा जो नयी नवेली दुल्हन को विदाई के दिन परीक्षा देने के लिए हामी भरेगा. इसलिए हम तो यही कहेगे कि जो भी होता है अच्छे के लिए ही होता है. अब आप खुद ही देख लीजिये, कि एक तरफ तो लड़की की शादी हो गई और दूसरी तरफ उसकी पढ़ाई का भी नुकसान नहीं हुआ. जी हां इसे ही एक पंथ दो काज कहते है.
बरहलाल हम उम्मीद करते है कि इस नयी नवेली दुल्हन की शादीशुदा जिंदगी हमेशा खुशियों से भरी रहे.