कोरोना समाधान के लिए क्षय रोग, पोलियो टीकों की उपयोगिता पर शोध कर रहे हैं वैज्ञानिक



वैश्विक महामारी कोरोना महामारी के वायरस से मुक्ति के लिए अमेरिका के अनुसंधानकर्ता क्षय रोग और पोलियो टीकों के उपयोग की संभावना के संबंध में स्टडी कर रहे हैं। समाचारों के अनुसार इस बात का पता लगाने के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं कि क्या क्षय रोग का टीका कोरोना वायरस के प्रभाव की गति धीमी कर सकता है या नहीं। ‘टेक्सास ए एंड एम हेल्थ साइंस सेंटर’ में रोग प्रतिरोधी क्षमता विज्ञान के प्रोफेसर जेफ्री डी सिरिलो ने कहा, ‘विश्व में यही एकमात्र टीका है जो कोरोना वायरस से निपटने लिए के फिलहाल इस्तेमाल किया जा सकता है।’

‘जॉन हॉप्किन्स कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर’ के अनुसार इस संक्रमण से दुनियाभर में 75,00,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 4,20,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में दुनिया में सर्वाधिक 20 लाख 20 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 1,13,000 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इस बीमारी के उपचार के लिए टीका या दवाइयां तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।

डॉ। सिरिलो बीसीजी के नाम से प्रचलित क्षय रोग के टीके संबंधी परीक्षण का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीसीजी को खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पहले ही मंजूरी दी है और उसके सुरक्षित इस्तेमाल का पुराना रिकॉर्ड रहा है। रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों के एक समूह ने कोविड-19 के असर को धीमा करने के लिए पोलियो के टीके का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा है। समूह ने कहा कि करोड़ों लोगों ने टीबी और पोलियो से बचाव के टीकों का इस्तेमाल किया है और ये कोरोना वायरस से लड़ने में मददगार हो सकते हैं।
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