छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में तीन मादा हाथियों की मौत के मामले में तीन वन्य अधिकारियों समेत एक वनरक्षक को निलंबित कर दिया गया है। ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर बलरामपुर के डीएफओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। वनमंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश के बाद शनिवार रात निलंबन की कार्रवाई हुई है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने रविवार को बताया कि बलरामपुर वनमंडल के राजपुर उप वन मंडलाधिकारी केएस खुटिया, परिक्षेत्र अधिकारी वनक्षेत्रपाल अनिल सिंह, परिक्षेत्र सहायक गोपालपुर वनक्षेत्रपाल राजेंद्र प्रसाद तिवारी और वन रक्षक भूपेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है। बलरामपुर के डीएफओ प्रणय मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है।
उन्होंने बताया कि बलरामपुर जिले के राजपुर वन रेंज के अंतर्गत गोपालपुर सर्कल में 11 जून को एक मादा हाथी का शव मिला था, जबकि दो अन्य मादा हाथियों की 9 और 10 जून को सूरजपुर जिले के निकटवर्ती प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में मृत पाए गए थे। इनमें से एक गर्भवती थी। तीनों उसी झुंड के थे जो राजपुर से प्रतापपुर की ओर बढ़े थे। जिस हाथी का शव 11 जून को राजपुर वन परिक्षेत्र से मिला था, उसकी 6 जून को मौत हो गई थी। इसकी सूचना अधिकारियों ने नहीं दी जो गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है। तीनों मादा हाथी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार एक की मौत हृदयाघात, दूसरे की टाॅक्सीसिटी और तीसरे की इन्फेक्शन के कारण हुई है।