

बताया जाता है की गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में इस बात का बड़े ही विस्तार से बताया गया है की क्यों हुमे इन लोगों की बात को कभी टालना नहीं चाहिए और इनकी बात मान लेना चाहिए वरना ऐसी स्थिति भी आ सकती है की हमारे प्राणों का संकट खड़ा हो सकता है। सबसे पहले तो आपको बता दे की अगर कोई शस्त्रधारी हमें किसी तरह का काम को करने के लिए कह रहा है तो उसके कहे अनुसार करने में ही हमारी भलाई है, वरना उसकी बता को नकारना हमारे लिए प्राणघातक तक हो सकता है।
इसके अलावा बात करे तो हमे कभी उस व्यक्ति की बात मनाने से इंकार नही करना चाहिए जो हमारे कई भेद जानता हो। आपको यह समझना चाहिए की उसकी बता को नकारना मतलब खुद के लिए मुसीबत खड़ी कर लेना। ऐसा देखा गया है की भेद जानने वाला व्यक्ति रूठ जाए तो वह हमारे राज समाज में सभी को बता सकता है और ऐसी स्थिति में स्थिति हमारे विपरीत हो सकती है और हमे इसके परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।

आज के दौर में एक वाक्य बहुत चर्चित है बॉस इस ऑलवेज राइट, और देखा जाए तो यह बात काफी हद तक सच भी है। आपको बताना चाहेंगे की अगर आप अपने बॉस से किसी भी प्रकार का वाद-विवाद करते है तो यह निश्चित रूप से आपके भविष्य औरआपकी नौकरी के लिए अच्छा नहीं है। कुछ ऐसी ही स्थिति इसीलिए मकान मालिक के साथ भी रहती है और आमतौर पर वह जो भी कहे उसे तुरंत मान लेना चाहिए अन्यथा उनकी बातों को तलना या नहीं मानना या उनकी बातों का विरोध करना आपके लिए काफी महँगा भी पद सकता है।

ऐसा बताया जाता है की यदि कोई व्यक्ति मूर्ख है और वह कुछ कह रहा है तो उसे तुरंत मान लें, अन्यथा वह आपका समय बर्बाद करेगा, बेकार के तर्क-वितर्क करेगा, इन बातों को सुनकर आप स्वयं ही क्रोधित भी होंगे, खुद के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाएंगे। इन सब बातों से बचने के लिए मूर्ख व्यक्ति की बात तुरंत मान लेना चाहिए। ऐसा करने पर मूर्ख भी प्रसन्न हो जाएगा और फालतू की बहस से आपका समय भी बच जाएगा।
