उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकाल का मंदिर आठ जून से दर्शनार्थियों के लिए खुल जाएगा। इस संबंध में शनिवार को उज्जैन कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने मंदिर प्रबंध समिति की बैठक ली, जिसमें निर्णय लिया गया कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करते हुए महाकालेश्वर मन्दिर में मात्र प्री-बुकिंग के आधार पर दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा। सीधे मंदिर पहुंचने पर दर्शन नहीं हो पाएंगे। प्री बुकिंग करने पर दर्शन नंदी गृह के पीछे बैरिकेडिंग से होंगे।
बता दें कि कोरोना महामारी से निर्मित स्थिति के चलते विगत 21 मार्च से महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश रोक दिया गया था। अब आठ जून से मंदिर में श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में दर्शनार्थियों को तीन स्लॉट में प्रवेश दिया जायेगा।
एंड्राइड फोन पर प्री-बुकिंग के आधार पर दर्शन होंगे
शनिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से एक दिन पूर्व दर्शनार्थी बुकिंग कराएंगे। बुकिंग के अगले दिन मंदिर में प्रवेश दिया जायेगा। जो दर्शनार्थी एंड्राइड मोबाइल एप से बुकिंग नहीं कर सकते हैं, वे टोलफ्री नम्बर 18002331008 पर बुकिंग कर अगले दिन मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। इन दोनों प्रक्रिया से भी यदि दर्शनार्थी बुकिंग नहीं कर सकते हैं तो वे मन्दिर के काउंटर पर दर्शन के लिये बुकिंग करा सकते हैं और उनको अगले एक या दो दिन में मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी। एक सप्ताह में एक ही बार श्रद्धालु बुकिंग कर सकेंगे और अधिकतम चार लोगों की बुकिंग हो सकेगी। काउंटर के माध्यम से एक दिवस पूर्व ही टिकट बुकिंग कर श्रद्धालु मन्दिर में प्रवेश कर सकेंगे। श्रद्धालु को मैसेज प्राप्त होने पर मैसेज में तय समय स्लॉट अनुसार श्रद्धालु दर्शन के लिए आ सकेंगे। इसमें एक क्यूआर कोड भी रहेगा।
महाकाल मन्दिर में दर्शन का समय
बैठक में निर्णय लिया गया कि महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शनार्थियों को दर्शन सोमवार, 08 जून से प्रारम्भ होगा। दर्शन तीन स्लॉट में होंगे। पहले स्लॉट का समय प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक, दूसरे स्लॉट में प्रात: 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और तीसरे स्लॉट में दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक दर्शन होंगे। तीनों स्लॉट के बीच के समय में सेनीटाइजेशन किया जायेगा। शाम 6 बजे से 7 बजे तक साफ-सफाई आदि करने के बाद दर्शनार्थियों के लिये प्रवेश बन्द कर दिया जायेगा।
गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा
बैठक में बताया गया कि महाकालेश्वर मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिये गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य होगा। मन्दिर में पूजन-सामग्री, जल, प्रसाद, अभिषेक, पूजन, कलावा, तिलक पर प्रतिबंध रहेगा। महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में स्थित मन्दिरों में श्रद्धालुओं के लिये दर्शन प्रतिबंधित रहेगा। अन्नक्षेत्र एवं धर्मशाला बन्द रहेगी।
थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से जांच होगी
मन्दिर में प्रवेश के समय मुख्य प्रवेश द्वार के सामने ही फुट सैनिटाइजेशन मशीन के द्वारा सैनिटाइजेशन किया जायेगा। श्रद्धालुओं के हाथ धुलवाए जायेंगे। नॉन बॉडी टच थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जायेगी। प्रति दो घंटे में श्रद्धालुओं के द्वारा स्पर्श होने वाली रेलिंग व अन्य स्थानों का सैनिटाइजेशन किया जायेगा। प्रवेश द्वार पर मेडिकल टीम की तैनाती भी की जायेगी।
श्रद्धालुओं को मास्क पहनना अनिवार्य
कोरोना महामारी को देखते हुए मन्दिर में दर्शन के लिये आये श्रद्धालुओं को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। मन्दिर परिसर, मन्दिर के आसपास थूकना प्रतिबंधित है। कलेक्टर आशीष सिंह ने 65 वर्ष से अधिक एवं 10 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों तथा गर्भवती महिलाओं को मन्दिर में न आने की अपील की है। श्रद्धालुओं से अपनी चरण पादुका, अपने वाहन या अन्य स्थान पर रखने की भी अपील की है। परम्परा का निर्वहन करने हेतु महाकाल मन्दिर में होने वाली त्रिकाल आरती, पूजन-अर्चन लॉकडाउन के दौरान यथावत रखी गई थी और आगे भी मन्दिर में होने वाली आरतियां समय अनुसार होंगी।
बैठक में महापौर मीना जोनवाल, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, महन्त विनीत गिरीजी आदि ने अपने-अपने सुझाव दिये।