अफ़ग़ानिस्तान की मशहूर मज़ार ए शरीफ़ मस्जिद में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के वजह से लगभग 1,000 कबूतरों की भूख से मौत हो गयी है । मस्जिद के एक अधिकारी के बयान के अनुसार सारे कबूतर मस्जिद में पाले जा रहे थे।
सारे कबूतरों को मस्जिद की तरफ से नियमित खाने के तौर पर दाने दिए जा रहे थे। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाया गया था। लॉकडाउन में देश के कई मस्जिद पूरी तरीके से बंद थे ,जिस वजह से खाना न मिलने पर इन 1,000 कबूतरों की भूख से मौत हो गयी है।
मस्जिद की रखवाली करने वाले क़यूम अंसारी ने अपने बयान में बताया कि देश में लागाये लॉकडाउन के कारण कोई भी इन कबूतरों को दाना डालने नहीं आया ,जिस वजह से 'हर दिन करीब 30 से अधिक सफ़ेद कबूतर मरे गए । हम इन्हें इसी मस्जिद के बाहर दफ़ना देते थे।
कयूम के मुताबिक अभी तक एक हज़ार से अधिक कबूतर मर चुके हैं।
देश में लॉकडाउन के दौरान बंद रही कई धार्मिक स्थलों में से यह मस्जिद भी एक है। अफगानिस्तान में अबतक 23,000 से ज्यादा संक्रमण के मामले दर्ज किये जा चुके है जबकि 1,000 से ज्यादा लोगों की इस वायरस से मौत हो गयी है । आतंकवाद के शिकार अफगानिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के चलते देश की आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था बहुत ख़राब हो गई है। अफगानिस्तान के हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों को वेंटिलेटर तक नसीब नहीं हो रहे हैं। देश की आबादी लगभग तीन करोड़ 90 लाख है और यहां के हॉस्पिटल में 400 वेंटिलेंटर ही मौजूद है ।