जयेंद्र गंज स्थित मराठा बोर्डिंग में आयोजित शादी समारोह में आधी रात को राजपूत बोर्डिंग के लड़कों ने हमला बोल दिया। हाथों में लाठी,पत्थर लेकर समारोह में आधी रात को राजपूत बोर्डिंग के लड़कों ने हमला बोल दिया। हाथों में लाठी, पत्थर लेकर समारोह में घुसे छात्रों ने दूल्हा, दूल्हे के पिता सहित करीब आधा दर्जन लोगों को पीटा और भाग गए। बताया जा रहा है कि लड़के शादी में बज रहे डीजे को बंद कराने के लिए आए थे जहां इनका बरातियों से विवाद हो गया। पीडि़त पक्ष ने छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए इंदरगंज कराने के लिए इंदरगंज थाने का घेराव कर नारेबाजी की।
वहीं पुलिस ने आरोपित छात्रों को पकडऩे के लिए रात करीब एक बजे राजपूत बोर्डिंग की सर्चिंग शुरू की। शिंदे की छावनी स्थित कांग्रेस कार्यालय के पास रहने वाले सीताराम खरे की बेटी की शादी का समारोह सोमवार रात मराठा बोर्डिंग में चल रहा था। रात करीब 12 बजे बारात चढऩे के बाद डीजे पर डांस चल रहा था। बताया जा रहा है कि राजपूत छात्रावास के कुछ छात्र आए और डीजे को बंद कराने के लिए कहने लगे। इस बात पर बारातियों और छात्रों के बीच विवाद हो गया। कुछ देर बाद छात्रावास के करीब तीन दर्जन छात्र हाथों में डंडे और पत्थर लेकर अंदर घुसे और दूल्हा जयेश, करोसिया, दूल्हे के पिता वीरेंद्र करोसिया पर हमला बोल दिया। हमले में वीरेंद्र करोसिया सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को गंभीर चोटे आई हैं।
प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि घटना के दौरान राजपूत छात्रावास के संरक्षक संत कृपाल सिंह यहां से गुजर रहे थे। लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और नारेबाजी भी की। यह पहला मौका नहीं है जब राजपूत बोर्डिंग के छात्रों ने इस प्रकार से मारपीट की हो। पहले भी मारने-पीटने की वारदातें सामने आती रहीं है, लेकिन प्रभावशाली लोगों के दखल से पुलिस उनके खिलाफ उनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर पाती। सीएसपी रजत सकलेचा के अनुसार मामले में पीडि़तों का मेडिकल कराकर केस दर्ज किया जा रहा है। आरोपित छात्रों के खिलाफ इंदरगंज थाने में रिपोर्ट कराने पहुंचे पीडि़त पक्ष ने आरोप लगाया कि राजपूत छात्रावास के छात्रों ने बारात में शामिल लड़कियों और महिलाओं से छेड़छाड़ और अभद्रता की। विरोध करने पर छात्रों ने हमला बोल दिया । पीडि़त पक्ष ने यह आरोप भी लगाया कि छात्र दहेज का सामान, गहने और नगदी लूटकर ले गए।