अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को कहा कि उन्हें भरोसा था कि कोरोनोवायरस की उत्पत्ति एक चीनी विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला में हो सकती है। कोरोनावायरस की घातक महामारी की उत्पत्ति पर बीजिंग के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए ट्रंप ने सबूतों को बताने से इनकार कर दिया ।
ट्रम्प से गुरुवार को व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में जब पूछा गया कि क्या उन्होंने ऐसे सबूत देखे हैं जो उन्हें भरोसा देते हैं कि कोरोनावायरस वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से आया था। तो उन्होंने कहा, "हां, हां, मेरे पास है। मैं आपको यह नहीं बता सकता, क्योंकि मुझे आपको यह बताने की अनुमति नहीं है।"
ट्रंप ने हाल के हफ्तों में कोरोनावायरस महामारी को लेकर चीन के साथ बढ़ती अपनी हताशा को दिखाया है। जिससे अकेले अमेरिका में ही 60 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। इसके कारण आर्थिक मंदी की आशंका गहराई है और नवंबर में फिर से ट्रंप के चुनाव जीतने की संभावना पर खतरा पैदा हो गया है।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति पहले ही कह चुके हैं कि उनका प्रशासन यह तय करने की कोशिश कर रहा है कि क्या कोरोनोवायरस वुहान लैब से निकला है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह चीन की सरकारी प्रयोगशाला में कृत्रिम रूप से बनाया गया हो सकता है।
कोरोनवायरस का प्रसार ट्रम्प प्रशासन और चीन के बीच गहरी दरार का कारण बन गया है। बीजिंग ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी सेना कोरोनावायरस को चीन में लेकर गई। जबकि ट्रम्प ने कहा है कि चीन दुनिया को समय पर और पारदर्शी तरीके से जोखिमों के बारे में सतर्क करने में विफल रहा है।
ट्रंप ने गुरुवार को यह भी कहा कि हो सकता है कि चीन कोरोनावायरस के प्रसार को रोक नहीं सकता हो या इसे फैलने दिया हो। उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जिम्मेदार मानते हैं या कोरोनोवायरस के उद्भव के बारे में उन्हें गलत जानकारी है।
वायरस कैसे उभरा इससे जुड़े चीन के प्रयासों के बारे में ट्रम्प ने कहा कि कहा, "कम से कम वे हमारे लिए कुछ हद तक पारदर्शी होने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हम यह पता लगाने जा रहे हैं। चाहे उन्होंने कोई गलती की हो या यह एक गलती के रूप में शुरू हुआ। या किसी ने कुछ उद्देश्य से ऐसा किया? "