चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। हजारों की संख्या में इस वायरस से पीड़ित लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं, जहां आइसोलेशन वार्ड में उनका इलाज चल रहा है। उनके इलाज में लगे डॉक्टरों और नर्सों को एक मिनट की फुर्सत नहीं मिल रही है। डॉक्टरों और नर्सों को आराम करने का समय तक नहीं मिल पा रहा है। वहीं, कुछ नर्सों ने अपने बाल भी कटवा लिए, ताकि इन्फेक्शन से बचाव हो सके और बालों की साज-सज्जा में वक्त नहीं लगाना पड़े। लगातार ग्लब्स पहने और मास्क लगाए डॉक्टरों व नर्सों को इसका भी ध्यान रखना पड़ रहा है कि मरीजों का इलाज व देख-रेख करने के दौरान कहीं वे संक्रमण के शिकार नहीं हो जाएं।उन्हें अपने हाथों को डिसइन्फेक्ट करने के लिए एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इसके इस्तेमाल से एक नर्स के हाथ काफी सूज गए और उनसे खून बहने लगा, फिर भी वह मरीजों की देखभाल में लगातार लगी हुई है। इस नर्स ने अपने घर वालों को एक पत्र लिखा, जिसमें उसकी भावनाएं सामने आई हैं। उसने लिखा कि उसका जन्म 90 के दशक में हुआ और जब वह बहुत छोटी थी, तभी 2002-2003 में सार्स (SARS) वायरस के फैलने से काफी लोग बीमार पड़ गए थे। बहुत से लोगों की मौत भी इस महामारी से हो गई थी। उस समय मेडिकल स्टाफ की कोशिशों से ही वह इस बीमारी की चपेट में आने से बच सकी। यह बात उसे याद है। इसलिए जब कोरोना वायरस से लोगों का जीवन खतरे में है तो यह उसका कर्त्तव्य है कि वह उनके लिए जो भी संभव हो, करे।
चीनी सोशल मीडिया वीबो पर उसका लेटर शेयर किया गया और वह वायरल हो गया। जो भी इस नवजवान नर्स की कहानी पढ़ रहा है, वह काम के प्रति उसकी लगन और निष्ठा की प्रशंसा कर रहा है। साथ ही, उसके हाथों की हालत को देख कर दुख भी जता रहा है। एल्कोहल और पानी से बार-बार हाथों को साफ करने के कारण उसकी हथेली की चमड़ी से खून का रिसाव हो रहा है। उस नर्स ने लिखा है कि उसके घर वाले उसकी हालत को देख कर चिंतित हैं, लेकिन उसे भरोसा है कि मास्क और दूसरे सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करने से वह सुरक्षित रहेगी और मरीजों की देखभाल करती रहेगी।