लाॅकडाउन के चलते भारत के कोने-कोने से ऐसी खबरे आ रही है जो किसी का भी दिल दहला सकती है ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु से आया है जिसे जानने के बाद आपका दिल और दिमाग हिल जाएगा। तमिलनाडु कुंभकोणम में रहने वाले अरिबा जगन की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है।
बता दें कि अरिबा जगन की उम्र 65 वर्ष है जोकि एक मजदूर है अरिबा जगन की पत्नी मंजुलिका 60 वर्षीय कैंसर पीड़ित है जिनका 31 मार्च को कीमोथेरेपी होना था लेकिन भारत में लाॅकडाउन के चलते अरिबा जगन को पुड्डुचेरी जाने का कोई साधन नहीं मिला। जिसके बाद अरिबा जगन ने यह निर्णय लिया कि हर हाल वो पत्नी को अस्पताल ले जाएंगे।
और अरिबा जगन 30 मार्च की सुबह 5 बजे घर निकले और रात 11 बजे 130 किलोमीटर साइकिल चलाकर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल पहुंचकर अरिबा जगन को पता चला कि रीजनल कैंसर सेंटर ओपीडी बन्द है लेकिन जब डॉक्टरों ने अरिबा जगन की कहानी सुनी तो डॉक्टरों ने पीड़ित मंजुलिका को कीमोथेरेपी करने का फैसला किया।
6500 चंदा इक्ट्ठा करके डाक्टरों ने एंबुलेंस का इंतजाम करके अरिबा जगन को घर भिजवाने का प्रबंध करवाया। इसके साथ ही एक महीने की दवा अपनी तरफ से और फोन नंबर दिया। ताकि कोई समस्या होने पर अरिबा जगन डॉक्टरों को बता सके। अरिबा जगन ने बताया कि पत्नी को अस्पताल लाते समय सिर्फ दो जगह उसके कहने पर रूके क्योंकि मंजुलिका कमर साइकिल पर बैठे-बैठे दर्द होने लगी थी। अरिबा जगन का कहना है कि वो अपनी पत्नी को बचाने के लिए जी जान मेहनत मजदूरी करके पैसा इक्ट्ठा करके इलाज करवा रहें है लेकिन लाॅकडाउन ने उनकी समस्या बढ़ा दी है।