फर्रूखाबाद स्थित एक आरोपी ने 25 बच्चों का अगवा कर घर में कैद कर लिया। वारदात की जानकारी होते ही जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री को चिंता में डाल दिया तो सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ को आनन-फानन में अफसरों के साथ बैठक के लिए मजबूर किया। हाईकमान से आदेश मिलते ही कानपुर जोन के आईजी मोहित अग्र्रवाल पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और 10 मिनट में रणनीति बनाई, अफसरों से साझा किया और आगे बड़े। आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली सीधे आईजी के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी, बावजूद वह पीछे नहीं हटे और ढेड़ मिनट के अंदर दरिंदे को ढेर कर दिया।
फर्रुखाबाद की मोहम्मदाबाद कोतवाली इलाके के गांव करथिया के सिरफिरे सुभाष बाथम ने गुरुवार दोपहर ढाई बजे अपनी एक साल की बेटी कुसुम की बर्थडे पार्टी के बहाने गांव के 26 बच्चे बुलाए और तहखाने में बंधक बना लिया था। मौसा के कत्ल में उम्र कैद की सजा पा चुके सुभाष के इस कृत्य में उसकी बीवी रूबी भी सहयोगी बनी। बच्चों को सकुशल बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद डीजीपी ओपी सिंह व अन्य से पल-पल अपडेट ले रहे थे। वारदात की जानकारी मिलते ही आईजी रेंज कानपुर मोहित अग्रवाल दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और मासूमों को आरोपी के चंगुल से सकुशल छुड़ाए जाने की रणनीति बनाई।
आईजी के मुताबिक जब मौके पर पहुंचे तो भीड के साथ पुलिस मौजूद थी। अचानक सुभाष के धर से आवाज आईं। उसने चिल्ला कर कहा कि अब मैं बच्चों को मार डालूंगा और फिर दो फयार किए। फायरिंग के बाद लगा कि बच्चों की जान खतरे में है तो हमनें एडीएस कमांडो का इंजतार करने के बजाए आपरेशन शुरू कर दिया। सीड़ी के जरिए छत पर गए और घर की भौगोलिक स्थित को परखा। तब पता चला कि धर के पीछे की तरफ एक गेट है और इसी के जरिए अंदर प्रवेश किया जा सकता है।
आईजी ने बताया कि छत से नीचे उतरे और तत्काल दो टीमें बनाई। एक टीम के साथ हम पीछे वाले दरवाजे की तरफ बड़े तो दूसरी टीम को लोगों के साथ पहले गेट पर तैनात कर दिया। साथ ही जनता को शोर मचाने के साथ पथराव को कहा। ताकि सुभाष का ध्यान मुख्य द्धार पर रहे। आईजी की टीम ने पीछे के गेेट को तोड़ दिया और फोर्स के सथ घर के अंदर दाखिल हुई। सुभाष और उसकी पत्नी मुख्य ़द्धार की तरफ भागे। वहां पब्लिक और पुलिस मौजूद थी। पथराव में सुभाष की पत्नी घायल हो गई। जबकि आरोपी पीछे भागा और फायर किया। जवाबी कार्रवाई में सुभाष मारा गया।