प्यार में अंधी हुई एक अजीब सी दीवानगी की कहानी सामने आई हैं। पहले तो नौकर के साथ मोहब्बत की और शादी रचाई घरबसाने का सपना देखा। लेकिन ये सपना कुछ ही पल में टूट गया और अपने प्रेमी को छोड़ फिर वो प्रेमिका अपने मां-बाप के पास आ गई।
वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के एक गांव का युवक यहां फतेहपुर में एक व्यक्ति के पास एक सिलाई का काम कर रहा था। उस युवक को जहां वो काम करता था, उसकी बेटी से प्रेम हो गया। प्यार आगे बढ़ा और वो युवक अपनी प्रेमिका को लेकर बनारस आया और चंदवक में एक मंदिर में शादी कर ली। इधर उसके माता और पिता अपनी बेटी की तलाश करते रहे।
कुछ दिनों बाद बेटी ने अपने माता से मोबाइल से बातचीत की। लेकिन बेटी ने अपने माता-पिता को अपने घर आने की कोई जानकारी नहीं दी। उसके बाद उसके माता पिता शुक्रवार को अजगरा चौकी पर पहुंचे तो वहां पुलिस ने युवक और युवती को भी वहां बुलाया। युवती जब चौकी पर पहुंची तो अपने माता-पिता को देखकर फफक कर रोने लगी और पुलिस को बताया कि प्रेमी द्वारा उसे अपनी जाति का बताया गया और उसने मोबाइल में अपने मकान की फोटो दिखाई जो किसी बंगले का था।
इस झांसे में आकर मैं उसके पास चली आई, जब वहां पहुची तो देखा कि उसका कोई बंगला नही वह तो एक झोपड़ी में रहता है। हमारी जाति का भी नही हैं, किसी और जाति से ताल्लुक रखता है। इसके बाद उसका शादी का इरादा टूट गया। इसकी सूचना उसने अपने माता-पिता को दी। इस बारे उस युवक ने पुलिस को बताया कि उसने मंदिर में शादी की है और यह लड़की बालिग है।
इस दौरान प्रेमिका ने कहा कि यह सब बकवास है, मैंने कोई शादी नहीं की है। इतना कह कर लड़की उठी और चौकी के पास हैडपप पर गई वहां उसके पानी से मांग का सिंदूर धो दिया और हाथ की चूड़ी तोड़कर साड़ी निकाल सूट में अपने पिता-माता के सामने आ गई। इसके बाद पुलिस ने कहा कि उस युवक को वह पति मानने को तैयार नहीं है। जिस पर काफी देर तक पंचायत भी चली।
पंचायत के बाद लड़की अपने माता-पिता के साथ फतेहपुर चली गई। इधर पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया लेकिन काफी पंचायत के बाद पुलिस ने उसे भी अपने घर वापस भेज दिया।