केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को कहा कि नवोदय विद्यालय भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर चुके शिक्षकों को लॉकडाउन के बाद नियुक्ति मिल जाएगी। निशंक ने वेबिनार के माध्यम से देशभर के शिक्षकों से संवाद के दौरान 'आचार्य देवो भवः' का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि बहुत जल्द नेट की परीक्षा तिथि की घोषणा कर दी जाएगी।
एक अध्यापक ने सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने पर सवाल किया जिसके जवाब में मंत्री ने कहा कि जिन अध्यापकों के पास उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए जा रही हैं उनको ऑनलाइन शिक्षण और दैनिक रिपोर्ट नहीं भेजनी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल के दौरान सभी डॉक्टरों, पुलिस वालों को धन्यवाद कर रहे हैं लेकिन शिक्षकों ने भी फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं की तरह ही काम किया और उनके काम को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा के प्रयासों की सराहना करते हुए निशंक ने कहा कि ये शिक्षकों का ही प्रयास और विश्वास है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को इतना सफल बना पाया। बहुत सारे शिक्षक तकनीकी में उतने निपुण नहीं थे लेकिन फिर भी उन्होनें छात्रों के खातिर प्रशिक्षण लिया और ऑनलाइन शिक्षा में अपना योगदान दिया।
केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर दिल्ली के प्राथमिक विद्यालय की एक अध्यापिका की कोरोना की वजह से हुई मृत्यु पर शोक भी व्यक्त किया। इस संवाद के दौरान डॉ निशंक ने अभिभावकों के सवालों के भी जवाब दिए।अध्यापकों की नियुक्तियों पर एक सवाल का देते हुए निशंक ने कहा, "हम आठ हज़ार से ज्यादा नियुक्तियां केंद्रीय विद्यालयों में, ढाई हज़ार से ज्यादा नियुक्तियां नवोदय विद्यालयों में, 12000 से ज्यादा नियुक्तियां विश्वविद्यालयों में कर चुके हैं। इसके अलावा राज्य सरकारों ने भी काफी नियुक्तियां की है। नवोदय विद्यालय की भर्ती प्रक्रिया लॉकडाउन से पहले पूरी हो चुकी थी, उसमें चुने गए अध्यापकों को लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद नियुक्तियां मिल जाएगी।
निशंक ने कहा कि हमारी सरकार यह मानती है कि अध्यापकों के पद खाली नहीं रखने चाहिए क्योंकि वो देश के भविष्य को सिंचित कर रहे होते हैं। अध्यापकों के लिए ऑनलाइन शिक्षा के प्रशिक्षण पर जवाब देते हुए डॉ निशंक ने कहा, "शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षण का काम पूरी तत्परता के साथ चल रहा है और लाखों अध्यापक प्रशिक्षण ले भी रहे हैं। पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन ऑन टीचर्स एंड टीचिंग (PMMMNMTT) के तहत ई-लर्निंग संसाधन के उपयोग के लिए शिक्षकों के उत्थान के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। हमने स्कूली शिक्षा के लिए अध्यापकों को प्रशिक्षण देने के लिए निष्ठा की शुरुआत की है और उच्च शिक्षा के लिए प्रशिक्षण के लिए अर्पित की शुरुआत की है। मुझे ये बताते हुए बेहद हर्ष हो रहा है कि अध्यापकों ने बढ़-चढ़ कर इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है और नई तकनीकी से खुद को जोड़ने में तत्परता दिखाई है।"
उन्होंने अपने संवाद को ख़त्म करने से पहले सभी शिक्षकों का इस मुश्किल समय में धैर्य के साथ लॉकडाउन का पालन करने, सामाजिक दूरी और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करते रहने और लोगों को इसके लिए प्रेरित करने के लिए आभार व्यक्ति किया और उनसे कोरोना के खिलाफ इस जंग में पूरी ईमानदारी के साथ भाग लेने के लिए धन्यवाद किया। उन्होनें सभी शिक्षकों से यह भी आग्रह किया कि शिक्षक जब भी चाहें वो उनके ट्विटर और फेसबुक पर जुड़ सकते हैं।