यह बात तो आप सभी जानते ही होंगे कि भारत अपराधियों को सजा देने के लिए भारत में सबसे कड़ी सजा फांसी की सजा मुकर्रर की गई है, किन्तु क्या आप जानते हैं जब जल्लाद किसी कैदी को फांसी की सजा देता है तो वह उसके कान में क्या बोलता है अगर नहीं तो आज का हमारा यह खास पोस्ट पूरा जरूर पढ़े। क्योंकि आज की खास पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब जल्लाद अपराधी को फांसी देता है तो वे उसके कान में क्या बोलता है। हम आशा करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आएगी और आप इसे अपने सभी चाहने वालों के साथ अवश्य शेयर करेंगे। तो आइए इसी के साथ जानते हैं आखिर जल्लाद अपराधी के कान में क्या बोलता है।
किसी अपराध के तौर पर जब व्यक्ति को फांसी की सजा दी जाती है तो उसके लिए एक लंबी प्रक्रिया फॉलो की जाती है जिसके मुताबिक अपराधी को सबसे पहले सुबह सुबह नहलाया जाता है और उसके धर्म के मुताबिक उसे गीता या कुरान के पाठ सुनाए जाते हैं और जब वह व्यक्ति फांसी के तख्ते की और चढ़ता है तो उसके मुंह पर काला कपड़ा बांधकर फांसी का फंदा उसके गले में डाल दिया जाता है।
जब फांसी का फंदा पूरी तरह से कस दिया जाता है तो वहां उपस्थित जल्लाद अपराधी के कान में कुछ शब्द बोलता है। जल्लाद अपराधी के कान में बोलता है मुसलमान को मेरा सलाम और हिंदू को मेरी राम राम, मैं अपने फर्ज के आगे मजबूर हूं। और मैं आपके सच्चाई की मार्ग पर चलने की कामना करता हूं। इन दो बातों को बोलने के बाद जल्लाद रस्सी को खींच देता है और फांसी के तख्ते पर खड़ा व्यक्ति नीचे लटक जाता है जिससे उसकी मौत हो जाती है।
किसी अपराध के तौर पर जब व्यक्ति को फांसी की सजा दी जाती है तो उसके लिए एक लंबी प्रक्रिया फॉलो की जाती है जिसके मुताबिक अपराधी को सबसे पहले सुबह सुबह नहलाया जाता है और उसके धर्म के मुताबिक उसे गीता या कुरान के पाठ सुनाए जाते हैं और जब वह व्यक्ति फांसी के तख्ते की और चढ़ता है तो उसके मुंह पर काला कपड़ा बांधकर फांसी का फंदा उसके गले में डाल दिया जाता है।
जब फांसी का फंदा पूरी तरह से कस दिया जाता है तो वहां उपस्थित जल्लाद अपराधी के कान में कुछ शब्द बोलता है। जल्लाद अपराधी के कान में बोलता है मुसलमान को मेरा सलाम और हिंदू को मेरी राम राम, मैं अपने फर्ज के आगे मजबूर हूं। और मैं आपके सच्चाई की मार्ग पर चलने की कामना करता हूं। इन दो बातों को बोलने के बाद जल्लाद रस्सी को खींच देता है और फांसी के तख्ते पर खड़ा व्यक्ति नीचे लटक जाता है जिससे उसकी मौत हो जाती है।