कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देशभर के खुदरा व्यापारियों के लिए एक राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस भारतईमार्किट.इन को जल्द लॉन्च करने का ऐलान किया है। वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए यहां शुक्रवार को आयोजित बैठक में देशभर के प्रमुख व्यापारियों ने हिस्सा लिया।
व्यापारियों के ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पूरी तरह से व्यापारियों का व्यापारियों के द्वारा संचालित व्यापारियों के लिए होगा, जो पारदर्शी और इसको आप डब्लयूडब्लयूडब्ल्यू. भारतईमार्किट.इन (www.bharatemarket.in) के जरिए लॉगिन कर अपना ऑडर आप बुक कर सकते हें, जिसकी डिलेवरी 2 घंटे के अंदर बगल की दुकान से हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अन्य पोर्टलों की अपेक्षा इस पोर्टल में सामान की गुणवत्ता, कीमत तथा डिलीवरी बहुत ही कम समय में होगी।
खंडेलवाल ने कहा कि कैट भारतईमार्किट.इन ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस कई तरह की प्रौद्योगिकी कंपनियों की क्षमताओं को एकीकृत करेगा, ताकि वे उपभोक्ताओं को उनके घर पर ही सामान की डिलेवरी कर सकें। उन्होंने कहा कि इस सप्लाई चेन को पूरे देश में इस पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस ई-कॉमर्स पोर्टल में देश के खुदरा विक्रेताओं, जिन्होंने वर्षों से भारतीय उपभोक्ताओं की सेवा की है और कई मामलों में पीढ़ियों तक भी उपभोक्ताओं के साथ संबंध बनाये हुए हैं उनकी राष्ट्रीय स्तर पर इसमें भागीदारी होगी।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि देश के सुदूर इलाकों में भी इस लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सामानों की आपूर्ति में व्यापारियों की महती भूमिका को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तीन लगातार ट्वट कर व्यापारियों के योगदान को रेखांकित किया है। कैट ने इसको ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया और डिजिटल भुगतान के विजन को अमली जामा पहनाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय के डीपीआइआइटी के शुरूआती सहयोग से इस राष्ट्रीय ई- मार्केटप्लेस में भारत के 95 फीसदी खुदरा कारोबार को व्यापारियों को जोड़ने का बीड़ा उठाया है।
खंडेलवाल ने बताया कि इसमें जुड़ने वाले व्यापारी इस पोर्टल के शेयरधारक भी होंगे और ये पोर्टल पूरी तरह व्यापारियों द्वारा, व्यापारियों का और व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं का ही होगा, जिसमें किसी भी प्रकार का विदेशी हस्तक्षेप नहीं होगा। उन्होने कहा कि व्यापारियों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लाने और जोड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा, जिसमें प्रत्येक व्यापारी इसका शेयर धारका होगा।
खंडेलवाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में बताया कि इस पोर्टल को डीपीआईआईटी के साथ काम करते हुए लॉकडाउन दौरान देशभर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सफलतापूर्वक सुनिश्चित की है। डीपीएआईआईटी के तहत ही स्टार्टअप इंडिया डिवीजन ने उपभोक्ताओं द्वारा ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए स्थानीय किराना स्टोरों की मदद करने के लिए सप्लाई चेन में काम करने वाली विभिन्न कंपनियों और स्टार्टअप्स को शामिल किया है। उन्होंने बताया कि अभी “कैट ने इस कार्यक्रम को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देश के 6 शहरों में जरूरी सामानों का वितरण किया है, जिसमें प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर व लखनऊ और बेंगलुरु शहर शामिल थे, जोकि बढ़कर अब पिछले दो हफ्तों में 90 से अधिक शहरों तक पहुंच गया है।
खंडेलवाल ने कहा कि डीपीआईआईटी के शुरुआती समर्थन और सहयोग से कैट देशभर के व्यापारियों के साथ एक फिर से भारतीय उपभोक्ताओं की सेवा करेंगे और युवा भारत की बदलती प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए अभी तक के पड़ोस की दुकानों को ऑनलाइन व्यापार से जोड़ेंगे। कयोंकि, देशभर में करीब 7 करोड़ व्यापारी हैं, जो इसको अमली जामा पहनाएंगे। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता जल्द ही एक बटन के क्लिक पर अपनी आवश्यकता के अनुसार कुछ भी ऑर्डर कर सकते हैं और इसे थोड़े समय के भीतर निकटतम पड़ोस की दुकान से प्राप्त कर सकते हैं।