सेना भवन में कोरोना वायरस का एक पॉजिटिव और एक संदिग्ध मरीज मिला है जिसके बाद ऐहतियातन बिल्डिंग के एक हिस्से को बंद कर दिया गया है। संदिग्ध मरीज की पहचान होने और सेनिटाइजेशन के बाद ही अब सेना भवन को खोलने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा दिल्ली की कई सरकारी इमारतों को कोरोना की वजह से बंद करना पड़ा है क्योंकि अब तक शास्त्री भवन, श्रम, रेल, हवाई यातायात मंत्रालयों में भी कोरोना के मरीज मिल चुके हैं।
सेना के प्रवक्ता कर्नल आनंद ने बताया कि भारतीय सेना के मुख्यालय का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव और एक संदिग्ध मरीज मिला है जिसकी वजह से सेना भवन के उस फ्लोर के एक हिस्से को बंद कर दिया गया है। अब वहां पर सेनिटाइजेशन और फ्यूमिगेशन किया जाएगा ताकि वायरस को खत्म किया जा सके। इसके पहले भी दिल्ली में स्थित सरकारी भवनों में कोरोना के मरीज मिल चुके हैं और कई मंत्रालयों की इमारतों के हिस्से कोरोना के मरीज मिलने पर सील किए जा चुके हैं।
इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय के ऑफिस राजीव गांधी भवन को कोरोना का मरीज मिलने पर सील किया गया था। नीति आयोग की इमारत भी पिछले महीने इसी वजह से सील की गई थी। सेंटल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) मुख्यालय और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय का कुछ हिस्सा भी कोरोना का मरीज मिलने पर सील करना पड़ा था। राष्ट्रपति भवन परिसर में अपने परिवार के साथ रहने वाली एक महिला भी कोरोना पॉजिटिव मिली थी। इसके अलावा 10 मई को श्रम शक्ति भवन का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिला था जिस पर पूरी बिल्डिंग को सील किया गया था। उससे पहले 5 मई को शास्त्री भवन के चौथे फ्लोर पर कानून मंत्रालय के एक अधिकारी को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। तब शास्त्री भवन की 'ए' विंग के गेट नंबर 1 से गेट नंबर 3 के बीच का एरिया सील किया गया था।