होली का त्यौहार ख़ुशी और मिलन का त्यौहार होता है। इस मौके पर दोनों बेटियां दो दिन के लिए रंगों का त्योहार मनाने मायके आईं। दो दिन बाद जब वह विदा होने लगी तो बुजुर्ग पिता भावुक होकर रोने लगे रोते-रोते अचानक हार्टअटैक आने के कारण उनकी मौत हो गयी। पति की मौत का सदमा पत्नी बर्दाश्त न कर सकी और कुछ ही पल में बुजुर्ग महिला ने भी दम तोड़ दिया। एक ही समय में एक ही घर में बुजुर्ग दम्पत्तियों की मौत से घर मे कोहराम मच गया।
बेटियां ससुराल जाने लगीं तो भावुक हुआ पिता
जिला मुख्यालय कन्नौज से करीब 24 किमी दूर कोतवाली गुरसहायगंज क्षेत्र के नदसिया गांव निवासी उम्र 65 साल रामकिशोर अवस्थी की दोनों बेटियां अपने मायके होली मनाने के लिए आई हुईं थीं। शुक्रवार को जब बेटियां ससुराल जाने लगीं तो उन्हें विदा करते समय पिता भावुक हो गए और वह रोने लगे।
गांव वालों की माने तो रोते समय रामकिशोर को दिल का दौरा पड़ गया और वह जमीन पर गश खाकर गिर पड़े। जब तक परिजन कोई कुछ समझ पाता तब तक बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। पति की मौत के बाद पत्नी सरला उम्र 62 साल भी सदमे में आ गईं और रोते-रोते वह भी बेहोश हो गईं। परिजन जब तक डॉक्टर बुलाकर लाते तब तक उनकी भी मौत हो चुकी थी। कुछ ही पलों में पति और पत्नी की मौत हो जाने से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गांव में मातम का माहौल हो गया।
मां-बाप की मौत से अनाथ हो गईं बेटियां
बताया जा रहा है कि रामकिशोर के पांच बेटियां हैं, चार की शादी हो चुकी है एक अविवाहित है। सबसे छोटी बेटी 20 वर्षीय अब अनाथ हो गई है। उसके सामने गमो का पहाड़ टूट पड़ा। भविष्य को भी लेकर सवाल खड़े हो गए।
मातम में बदलीं ससुराल जाने की खुशियां
पत्नी को विदा कराने के लिए दामाद आए हुए थे और दोनों पक्षों में खुशी का माहौल था, लेकिन सास और ससुर की मौत से खुशियां मातम में बदल गईं।