अक्सर ऐसा कहा जाता है कि इन औरतों के पेट में तो कोई बात ही नहीं पचती। महिलाओं के लिए लोगों की यही धारणा है कि वें हर बात किसी ना किसी को बता ही देती है। यानी कि औरतें कभी भी कोई बात अपने मन में दबाकर नहीं रख सकती। वहीं आज हम आपको एक ऐसी बात बताने वाले हैं, जो ना सिर्फ स्त्रियों बल्कि पुरुषों के लिए भी बहुत ही ज्यादा लाभदायक सिद्ध हो सकता है। असुरों के गुरु शुक्राचार्य के बारे में तो आपने सुना ही होगा। शुक्राचार्य की शुक्रनीति बहुत प्रसिद्ध है। इनकी लिखित नीतियां व्यक्ति को जीवन में सफलता की सीढियां पर चढ़ने में बहुत सहायता करती हैं। ऐसे में शुक्रनीति की मानें तो कुछ बातें ऐसी होती हैं जो ना सिर्फ महिलाओं को बल्कि पुरुषों को भी गुप्त रखना चाहिए। ऐसी बातों का जिक्र किसी के साथ भी नहीं करना चाहिए। तो आइए आपको बताते हैं कि क्या- क्या हैं वो बातें।
- धन- आजकल तो लोग पैसे के ही दोस्त और रिश्तेदार हैं। जी हां, आजकल पैसा ही हर शख्स की पहचान बन गई है। लेकिन शुक्रनीति की मानें तो चाहे आपके पास बहुत पैसा हो या फिर पैसे की कमी हो, इस बात का अंदाजा किसी को नहीं होना चाहिए। आपके रिश्तेदारों को भी आपके धनशक्ति का पता नहीं होना चाहिए।
2. आपसी कलह- परिवार ही हमारी असली ताकत है। चाहे घर- परिवार में कितने भी झगड़े क्यों ना हों। परिवार में कलह अब आम बात हो गई है। ये आजकल हर घर में देखा जाता है, लेकिन अपने घर के झगड़े को कभी भी दूसरों के सामने व्यक्त नहीं करना चाहिए। दूसरे लोग उस वक्त भले ही आपके सामने आपकी मनमर्जी या फिर आपके भले वाली बातें कहें, लेकिन कभी ना कभी ये और लोगों के सामने भी आ ही जाती है। जिसके बाद आपका घरेलू मामले में बाहर के लोग भी मजे लेने लगते हैं।
3. मंत्र– अगर शुक्रनीति की मानें तो पूजा- पाठ करते समय उपयोग में लाए गए मंत्रों के बारें में किसी को भी नहीं बताना चाहिए। इससे आपको उसका फल नहीं मिलेगा। यानी आप पूजा के वक्त जिन भी मंत्रों का उच्चारण करते हैं उसे गुप्त ही रखें।
4. निजी पल– कहा जाता है कि पुरुषों को अपनी पत्नी के साथ बिताए गए निजी पलों के जिक्र किसी से नहीं करना चाहिए। अक्सर देखा गया है कि पुरुष इन बातों का जिक्र अपने दोस्तों के साथ करते हैं, लेकिन ये बात बिल्कुल गलत है। ऐसा करने से आपके घर की मर्यादा खंडित होती है।
5. दान- गुप्त दान के बारे में तो आपने जरूर ही सुना होगा। दान वहीं कारगर होता है, जो गुप्त हो। क्योंकि सभी को बताकर किए जाने वाले दान का आपको उतना लाभ नहीं मिलता, जितना गुुप्त दान का मिलता है। गुप्त दान करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और आपको सभी सुख- समृद्धि भी देते हैं।
6. अपमान- अगर कहीं आपका अपमान हुआ हो, तो वो बातें आपको हमेशा गुप्त रखनी चाहिए। ऐसी बातों का जिक्र किसी से नहीं करना चाहिए। विद्वान चाणक्य की मानें तो ऐसे में आप मजाक के पात्र बन जाते हैं। और आपके अपमान में वृद्धि होती है।