सुप्रीम कोर्ट में अब देश के किसी भी हिस्से से ई-फाइलिंग के जरिए याचिका दायर की जा सकती है। चीफ जस्टिस एसए बोब्डे ने आज आनलाइन याचिका दायर करने की सुविधा की शुरुआत की। यह ई-फाइलिंग चौबीसों घंटे की जा सकती है।
सुप्रीम कोर्ट में ई-फाइलिंग के लिए कोर्ट की फीस का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है। इस प्रणाली में डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग किया जाएगा। ई-फाईलिंग प्रणाली अब देश के सभी कोर्ट में शुरु किया जाएगा। चीफ जस्टिस ने कहा कि कोरोना की वजह से हमें ई-फाईलिंग प्रणाली विकसित करने की प्रेरणा मिली है।
सुप्रीम कोर्ट में आईटी कमेटी के प्रमुख जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस नई प्रणाली में वकीलों के सहयोग की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अलावा देश में 17 हजार कोर्ट हैं। पूरे देश में कुछ दिक्कतों के बावजूद कोरोना संकट के दौर में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई की जा रही है। पटना हाईकोर्ट ने 450 मामलों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की है। ट्रायल कोर्ट में ये आंकड़ा लाखों का है।
इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के डिजिटलीकरण की इस पहल से काफी खुशी है। यह संकट का दौर है और इससे हमें उबरना होगा। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकार्ड एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवाजी जाधव ने कहा कि वर्चुअल कोर्ट जरुरी है लेकिन वो नियमित सुनवाई का स्थान नहीं ले सकती है।