कोई गरीब या लाचार इंसान खाने की चीजें चुराया तो समझ में आता है कि भूख ने उसे ऐसा करने के लिए मजबूर किया होगा। लेकिन जरा सोचिए जिसकी महीने की आय 92 लाख रुपए हो और वो खाने के लिए मामूली सा एक सैंडविच चुराए तो कैसा लगेगा। यकीन करना मुश्किल होगा लेकिन ये सच है। एक बड़े बैंक अधिकारी को स्टाफ कैंटीन से सैंडविच चुराने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। उनका नाम पारस साहू (31) है और वो यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका के लिए सिटी ग्रुप के हेड थे। उसकी सैलरी प्रति वर्ष एक मिलियन पौंड (करीब 92 लाख रुपए) थी। बैंक प्रशासन का कहना है कि पारस शाह पर कई बार खाना चुराने का आरोप लगा है। इसे लेकर ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने रिपोर्ट की है।
हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पारस ने कितनी बार सैंडविच या खाने का दूसरा सामान चुराया। पारस शाह को यूरोप के हाइयेस्ट प्रोफाइल क्रेडिट ट्रेडर्स के बीच रखा जाता है। बैंक में बड़े ओहदे पर होने के कारण उनकी धाक है। कम उम्र में उन्होंने ऊंचा मुकाम हासिल किया है, लेकिन अब कहा जा रहा है कि इन आरोपों की वजह से मुश्किल हो सकती है। हालांकि उन्हें अभी बस आरोपों के आधार पर सस्पेंड किया गया है। लेकिन मीडिया में सुर्खियां बन जाने के कारण इस केस को काफी हाइप मिल रही है। दूसरा लोगों यह भी हजम नहीं हो पा रहा है कि आखिर 92 लाख रुपये महीने सैलरी पाने वाला एक बैंकर सैंडविच की चोरी क्यों करेगा? पारस शाह को ऐसे समय में सस्पेंड किया गया है, जब सिटी ग्रुप अपने कर्मचारियों के लिए बोनस की घोषणा करने वाला था।
पारस शाह यूरोप के सबसे महंगे क्रेडिट ट्रेडर्स हैं। वह सात साल एचएसबीसी में गुजारने के बाद वर्ष 2017 में सिटी ग्रुप में आए थे। शाह के प्रोफाइल से पता चलता है कि उन्होंने 2010 में उत्तरी लंदन के एडमॉन्टन में लैटिमर ग्रामर स्कूल में पढ़ाई के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उल्लेखनीय है कि व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों में शामिल होने वाले शाह पहले बैंकर नहीं हैं। जापान के मिजूहो बैंक ने 2016 में लंदन के एक बैंकर को इसलिए बर्खास्त कर दिया था क्योंकि उसने अपने सहकर्मी की बाइक का एक हिस्सा चोरी करते हुए पकड़ा गया था। और 2014 में, जोनाथन बर्वोज, जो कि ब्लैककॉक के एक पूर्व अधिकारी थे। उन्होंने को अपनी यात्रा के दौरान कई बार बिना टिकट ट्रेन में यात्रा करते पाए गए थे।