अब अल्ज़ाइमर जैसी खरतनाक बीमारी को रोकेगा संतरा



हर दिन एक संतरा खाने से आपको डेमेंशिया की चपेट में आने से रोक सकता है। एक नए अध्ययन से यह जानकारी मिली है।जापान की तोहोकू यूनिवर्सिटी के शोधकर्तायों ने पाया है कि संतरा, अंगूर और निम्बू जैसे खट्टे फलों को अपने दैनिक आहार में शामिल करने से डिमेंशिया के खतरे को एक चौथाई तक काम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये सुस्वादु फल मौजूदा दौर में बड़े पैमाने पर उभर रही इस बीमारी से लोगों को बचाने में एक शक्तिशाली हथियार साबित हो सकता है।
शोधकर्तायों का कहना है कि, पूर्व में हुए विभिन्न अध्यनों ने दिखलाया है कि खट्टे फल हमारे मष्तिस्क को उन तमाम क्षतियों से बचा सकते है जिंशे आगे चलकर डिमेंशिया या अल्ज़ाइमर की बीमारी होने की संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि इन फलों में साइट्रिक अम्ल होता है, जिसमे नोबाइलटिन नमक एक खास रसायन पाया जाता है। यह मष्तिस्क में क्षरण रोकने में सहायक हो सकता है।
आपको बता दे की डिमेंशिया मष्तिस्क से जुडी एक ऐसी बीमारी है जो यादाश्त पर बुरा असर डालती है। यह मष्तिस्क में जख्म या किसी विकार की वजह से हो सकती है। यादाश्त में गड़बड़ी, व्यक्तित्व में बदलाव और तर्कक्षमता में विकार इसके खास लक्षण हो सकते है। इस अध्ययन के नतीजे ब्रिटिश जर्नल ‘नुट्रिशिन’ में प्रकाशित किये गए है। ये नतीजे ऐसे समय सामने आये है जिससे कुछ ही दिनों पहले विशेषज्ञों ने आग्रह किया कि ब्रिटेन में डिमेंशिया ने किसी महामारी की शक्ल ले ली है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि ब्रिटेन में इस समय 12 लाख लोग डिमेंशिया से प्रभावित है। नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पहली बार डिमेंशिया के जोखिम का सबसे अधिक सामना कर रहे लोगों पर खट्टे फलों के नियमित सेवन के प्रभावों का परीक्षण किया।

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