आज जमाना इतना आगे हो गया है की लोग खुद में इतना खो गए है कि अपनों को भी नही याद रख पाते। मगर आज भी कुछ चीज़ें है जो एक इंसान को दूसरे इंसान से जोड़े हुए है, प्यार। जी हाँ, यह प्यार ही है जो कहीं ना कहीं से किसी भी तरह एक अपनापन का अहसास दिलाता है। मगर प्यार-मोहब्बत हमेशा सफल हो, यह जरुरी नहीं है ।
कभी कभी तो यही प्यार एक दूसरे का दुश्मन भी बना देता है, खैर इस प्यार में आमतौर पर दिल टूटते हैं। हालांकि दिल टूटने के कई कारण हो सकते हैं मगर प्यार यानी की इश्क़ में यह अक्सर होता है। हाल ही में हुए एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि वजह जो भी हो लेकिन दिल का टूटना कार्डिएक अरेस्ट यानी ह्रदयघात की बड़ी वजह बन सकता है। लंबे समय तक दिल का टूटा रहने की वजह से वह व्यक्ति ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम नाम की बीमारी से ग्रसित हो सकता है जो उसके दिल को बेहद बीमार बना सकता है।
ऐसा देझा गया है कि इस बीमारी की ज्यादातर शिकार महिलाएं ही होती हैं। एक सर्वे के अनुसार ब्रिटेन में करीब तीन हजार से भी ज्यादा मरीज ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से पीड़ित बताए गए। ऐसा पाया गया है कि इस बीमारी की शिकार अधिकांशतः महिलाएं ही हुई हैं। ब्रिटेन में इस बीमारी से पीड़ित कुल व्यक्तियों में 85 फीसदी से ज्यादा महिलाएं हैं। ऐसा माना जाता है कि इस बीमारी की मुख्य वजहों में भावनात्मक तनाव शामिल है, जो कि किसी करीबी की मौत या फिर जीवनसाथी के साथ विवाद या फिर तलाक, प्यार में धोखा की वजह से हो सकता है और देखा जाये तो महिलाएं इन वजहों से भावनात्मक रूप से अधिक प्रभावित होती हैं।
वैज्ञानिकों ने इस अध्ययन के दौरान ब्रोकन हार्ड सिंड्रोम से पीड़ित 52 मरीजों को 4 महीने तक निगरानी में रखा और फिर पाया कि यदि व्यक्ति अधिक समय तक दिल टूटने के दर्द के साथ जीता है तो उसे इस बीमारी के होने की आशंका काफी अधिक रहती है।