दोस्तों आप ने कई बार देखा या सुना होगा कि इंसान के शरीर में माता आती हैं. यह माता किसी धार्मिक स्थल या जगराते के समय इंसान के शरीर में आती हैं. जब कोई माता किसी इंसान के शरीर में आती हैं तो वो अपनी जीभ बार बार बाहर निकालने लगता हैं और अपने सिर को जोर जोर से हिलाने लगता हैं. यह माता अक्सर महिलाओं के शरीर में ही प्रवेश करती हैं.
माता आने पर महिलाओं के द्वारा अलग अलग गतिविधियाँ करना भारत में एक आम नजारा हैं. जब भी किसी धार्मिक त्यौहार पर कोई इंसान अचानक से नाचने लगता हैं और साथ में हल्के हल्के कुछ बढ़-बढ़ाने लगता हैं तो उसे माता आना कहते हैं. माता आने पर औरते अक्सर अपना आप खो बैठती हैं और अपने बालों को खोल जोर जोर से सिर हिला भक्ति में लीन हो जाती है.
माता आने वाली बात में कितनी सच्चाई हैं और कितना झूठ इस बात पर सालो से बहस चलती आ रही हैं. जहाँ एक तरफ कई लोगो का दावा हैं कि माता सच में आती हैं तो वहीँ कुछ लोगो का मानना हैं कि इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण होता हैं. कुछ लोगो का कहना हैं कि यह एक प्रकार की मनोवैज्ञानिक बिमारी हैं.

उदाहरण के लिए जब कोई व्यक्ति सिर्फ किसी एक विषय जैसे कि माता के बारे में ही सोचता हैं तो वो खुद को माता समझने लगता हैं और उनके जैसी हरकत करने लगता हैं. इस उदाहरण को ‘भूल भुलैया’ नाम की फिल्म में भी दर्शाया गया हैं. फिल्म में विद्या बालन मंजुलिका नाम की ओरत की कहानी पढ़ा करती थी. जिसके चलते एक समय ऐसा आया जब वो खुद को ही मंजुलिका समझने लगी और उसी की तरह ही व्यवहार करने लगी.
कुछ लोगो का यह भी आरोप हैं कि वैसे तो माता इंसान के शरीर में सच में आती है. लेकिन कुछ महिलाएं इसका फायदा उठा कर ढोंग करती हैं. कुछ लोग यह भी सवाल उठाते हैं कि इंसान के शरीर में सिर्फ माता ही क्यों आती हैं? शिवजी, श्रीकृष्ण या गणेशजी क्यों नहीं आते हैं?

इन सभी बातो की असलियत क्या हैं इस पर अभी भी कई लोग रिसर्च कर रहे हैं. फ़िलहाल youtube पर इन दोनों एक विडियो बहुत पॉपुलर हो रह हैं. इस विडियो में शरीर में माता आने के बारे में गहराई से बताया गया हैं. आप भी इसे विडियो को पूरा देखे और अपने मत को हमें कमेन्ट सेक्शन में जरूर बताए. जय माता दी.