एक हाथी का बच्चा कुंए में गिर गया था जिसको निकालने के लिए गांव वालों ने साइंस का ऐसा नियम लगाया जिसकी चारों तरफ तारीफ हो रही है। यह घटना झारखंड के गुमला जिले की जहां सोमवार रात एक हाथी का बच्चा कुंए में गिर गया था। कुआं गहरा होने के कारण वो अपने आप बाहर निकल नहीं पा रहा था। लेकिन सुबह जब लोगों ने यह नजारा देखा तो आनन-फानन में हाथी को बाहर निकालने के लिए विज्ञान के मशहूर आर्किमिडीज के सिद्धांत को अपनाया और उसें बाहर निकाल दिया। 

हाथी के बच्चे लिए सबसे बड़ी समस्या कुएं में भरा पानी था। क्योंकि बाहर निकलने की कोशिश में वह थक चुका था। लेकिन यदि वो थक कर कुएं की तली में बैठ जाता तो डूबकर उसकी मौत हो सकती थी। हाथी का बच्चा भारी होने के कारण उसें खींचकर बाहर नहीं निकाला जा सकता था। इसके बाद वन विभाग को भी खबर कर दी गई। कुछ न बनते देख कुछ लोगों को बचपन में पढ़ा आर्किमिडीज का सिद्धांत याद आया कि जब कोई वस्तु किसी द्रव में पूरी अथवा आंशिक रूप से डुबोई जाती है, तो उसके भार में कमी का आभास होता है।
बस फिर क्या था, भारी हाथी को हल्का करने का तरीका मिल गया। तीन पाइप डालकर लोगों ने पंप से कुएं में पानी भरना शुरू किया। कुंए में बढ़ते पानी के साथ ही हाथी का बच्चा भी ऊपर की तरफ आने लगा। हाथी के बच्चे को बाहर निकलने में दिक्कत न हो इसलिए लोगों ने जेसीबी के जरिए कुएं की दीवार को तोड़कर इस तरह खोदाई की ताकि बच्चा जमीन पर अपनी पकड़ बना सके और बाहर निकल आए। इसके बाद लोगों ने हाथी को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल कर ली।