उत्तर प्रदेश के मेरठ में 6 अगस्त को एक इंसानियत को शर्मसार करने वाला वीडियो सामने आया था। यहां क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद के चलते दूसरे पक्ष ने हाईवे पर रितिक को रोक कर गोली मार दी थी। इस दौरान युवक हाथ जोड़कर वहां से गुजरने वाले लोगों से जान बचाने की भीख मांगता रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, बुधवार को आरोपित उज्ज्वल तमंचा लेकर आत्मसमर्पण करने थाने पहुंच गया। इस दौरान पुलिस आरोपित को पहचान भी नहीं पाई। उसके बताने पर पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया।
आरोपी को भी नहीं पहचान सकी पुलिस
6 अगस्त को मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र में क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद में बिजौली निवासी रितिक की डीएवी कॉलेज के पास गांव के ही उज्ज्वल पुत्र शिवकुमार, अंकुर पुत्र देशराज एवं एक अज्ञात युवक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मंगलवार रात अंकुर पुत्र देशराज को मुख्य अभियुक्त बनाकर तमंचा बरामद कर गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, सुबह तमंचा लेकर उज्ज्वल थाने पहुंचा तो पुलिस उसको पहचान भी नहीं सकी। उज्ज्वल ने हंसते हुए पहरे पर खड़े होमगार्ड को अपना नाम बताया और तमंचा निकालकर थाने में दारोगा को दे दिया। उज्ज्वल को देख पुलिसकर्मी भी चकित रह गए। पुलिस ने दोनों ही अभियुक्तों को जेल भेज दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था उसका वीडियो
रितिक को गोली लगने के बाद जान बचाने की गुहार लगाने का वीडियो काफी ज्यादा वायरल हुआ था। इस दौरान रितिक की किसी ने मदद नहीं की। इसमें मौके पर खड़े लोगों और पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, बुधवार को हत्यारोपित उज्ज्वल द्वारा बिना किसी भय के तमंचा लेकर थाने में समर्पण की वीडियो भी वायरल हो रही है, जिसे लेकर पुलिस की जमकर आलोचना हो रही है।