मानवता एक ऐसा शब्द जिसके इर्द-गिर्द सभी की जिंदगी घूमती है, मानवता पीड़ा-करुणा का वो पर्याय है, जिसमें सभी को गलत या सही का आभास होता है। लेकिन आज के समय में लोग अपनी भावनाओ को दरकिनार करते हुए कुछ ऐसी गतिविधियां करते हैं, जिससे मानवता शर्मसार हो जाती है। ऐसी ही मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना झारखंड के हजारीबाग से सामने आई है।
दरअसल आज के समय में हवस को मिटाने चक्कर में लोग अपनी मानवता को भूले जा रहे हैं। शहर में तो ऐसी बातें आम हो चलीं हैं, जिसमें किसी के गलती की सजा किसी और को मिल जाती है। हजारीबाग में सड़क के किनारे एक नवजात का शव फेंका मिला, जिसका आप सीधा अंदाजा लगा सकतें हैं, कि हवस के चलते बेगुनाह नवजात का कत्ल कर दिया गया।
शव जिस स्थान पर फेंका गया था, वहीं पास में फोर लेन सड़क बनने का काम हो रहा है। जहां के मजदूरो ने बताया कि शहर की तरफ से एक गाड़ी आई थी, शायद उसी गाड़ी से नवजात का शव फेंका गया है। सूचना मिलने के बाद पुलिस के निर्देश पर मुर्दा कल्याण समिति ने नवजात के शव को अपने कब्जे में लेकर उसका अंतिम संस्कार किया।