दोस्तों वैसे तो हमारे हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी देवता हैं लेकिन इन सभी में भगवान शिव की पॉपुलैरिटी सबसे अधिक हैं. आप भारत के किसी भी शहर, गाँव, कसबे, गली या मोहल्ले में चले जाओ वहां आपको भगवान शंकर की शिवलिंग देखने को मिल ही जाएगा. एक रिसर्च के अनुसार भारत में भगवान शिव के मंदिर सबसे अधिक संख्या में मौजूद हैं.

शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग एक दिव्या मूर्ति हैं जो भक्तजनों की सभी मनोकामना पूर्ण करती हैं. यही कारण हैं कि अधिकतर लोग भगवान शिव को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं. यदि हम प्राचीन समय पर भी नज़र डाले तो रावण जैसा बड़ा राक्षस भी शिव का परम भक्त था. अमरता का वरदान पाने के लिए उसने कई सालो तक शिवलिंग की पूजा की थी.
जब भी शिव को प्रसन्न करना होता हैं तो हम में से कई लोग उनकी पूजा अर्चना करने को प्राथमिकता देते हैं. शिव की पूजा करने के दौरान कई सामग्रियों का उपयोग होता हैं. खास कर शिवलिंग के अभिषेक के दौरान तो ढेर सारी चीजें प्रयोग में लाइ जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवलिंग की पूजा के दौरान एक ख़ास सामग्री शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए.
शिव पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए हल्दी

दरअसल शिवलिंग की पूजा में हल्दी चढ़ाना शुभ नहीं माना जाता हैं. हल्दी हिन्दू धर्म में पूजा सामग्री की अहम वस्तु हैं. इसे पूजा के दौरान सभी देवी देवताओं को चढ़ाया जाता हैं. हल्दी के कई औषधीय गुण भी होते हैं जिसकी वजह से इसका महत्त्व और भी बढ़ जाता हैं. लेकिन इन सब के बावजूद भगवान शिव को हल्दी चढ़ाना अशुभ माना जाता हैं. यदि आप ने शिव को गलती से हल्दी चढ़ा भी दी तो आपको शिव पूजा का फल नहीं मिलता हैं और उल्टा शिव आप से नाराज हो जाते हैं.
इस वजह से नहीं चढ़ती शिव को हल्दी

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर वो क्या वजह हैं जिसके चलते शिव को हल्दी नहीं चढ़ती हैं. दरअसल हल्दी का उपयोग अधिकतर स्त्रियाँ अपनी सौन्दर्यता बढाने के लिए भी करती हैं. हल्दी में सौंदर्य निखारने की काबिलियत होती हैं. इसी के चलते इस हल्दी को स्त्री सामित्व की माना जाता हैं. वहीँ शिव पुरुष सामित्व के होते हैं. ऐसे में जब उन्हें स्त्री सामित्व की हल्दी चढ़ती हैं तो वे नाराज हो जाते हैं. बस यही वजह से कि पूजा पाठ के दौरान शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने की मनाही होती हैं.