माँ बनना हर महिला का सपना होता हैं. एक बच्चे को जन्म देने के 9 महीने पहले महिला गर्भ धारण करती हैं. कई बार महिलाएं ये गर्भ जान बुझ कर धारण करती हैं तो कुछ मामलो में ये अनजाने में हो जाता हैं. दोनों ही मामलो में महिला ये जानना चाहती हैं कि क्या वो सच में गर्भवती हैं? या उसे गर्भ धारण करने के लिए दुबारा प्रयास करना पड़ेगा? आज हम आपको गर्भ के पहले सप्ताह में दिखाई देने वाले लक्षण बताने जा रहे हैं. यदि आपको भी अपनी बॉडी में ये लक्षण दिखाई दे तो समझ जाना कि इस बात के चांस ज्यादा हैं कि आप गर्भवती हैं.
गर्भ के पहले सप्ताह में दिखाई देने वाले लक्षण
1. रक्त स्त्राव: गर्भ के शुरूआती सप्ताह में महिला को हल्का रक्त स्त्राव होता हैं जो कि दिखने में लाल की बजाए भूरे रंग का होता हैं. यदि आप इस बारे में निश्चित ना हो तो अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क कर सकती हैं.
2. स्तनों में दर्द: गर्भ के पहले सप्ताह में महिलाओं के स्तन बड़े हो जाते हैं. ये काफी संवेदनशील बन जाते हैं और इनमे कई बार पीड़ा भी होने लगती हैं. आपको अपने स्तन पहले के मुकाबले भारी लगने लगेंगे. इसके आलावा आपके स्तन के अरियोला (निपल के पास का एरिया) का रंग गहरा हो जाता हैं. वैसे तो ये आपके सामान्य कलर से अलग होता हैं लेकिन गर्भ के पहले सप्ताह में ये और अधिक गहरा हो जाता हैं.
3. थकान: यदि महिला छोटे मोटे काम करने के बाद भी ज्यादा थकने लगे तो ये गर्भ के दुसरे सप्ताह की शुरुआत में हो सकता हैं. इस दौरान महिलाओं को काफी नींद भी आती हैं. ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि आपका शरीर इस समय एक बड़े बदलाव के लिए तैयार हो रहा होता हैं.
4. जी मचलाना या उलटी आना: गर्भ होने के पहले सप्ताह के बाद महिलाओं को जी मचलाने और उलटी आने की शिकायत हो सकती हैं. ये गर्भ होने का सबसे कॉमन लक्षण हैं. इस दौरान महिला को कमजोरी का एहसास भी हो सकता हैं.
5. खाने की लालसा: इस दौरान महिलाओं को अलग अलग तरह के खाने की लालसा होती हैं. आपने भी कहावत सुनी होगी कि गर्भ में महिला को खट्टा खाने का मन करता हैं. लेकिन ये लालसा सिर्फ खट्टे पदार्थ तक ही सिमित नहीं रहती हैं. कुछ महिलाओं को खाने की गंध के कारण उलटी आने की शिकायत भी होती हैं.
6. मुंह का स्वाद: गर्भ के दौरान महिलाओं को मुंह में धातु जैसी चीज के होने का स्वाद आता हैं.
7. पेट में सुजन और बार बार पेशाब: इस दौरान पेट में सुजन आना और बार बार पेशाब जाना आम बात माना जाता हैं. इस दौरान कुछ महिलाओं को कब्ज की समस्यां भी रहती हैं.
8. चक्कर और बुखार: इस दौरान कमजोरी के चलते महिलाओं में चक्कर और बुखार आने की समस्यां आम रहती हैं.