मृत्यु का भय शायद इस सृष्टि का सबसे बड़ा भय है, हर किसी को यह डर सताता रहता है कि आज नहीं तो कल उसे इस मोह माया के बंधन को तोड़कर जाना ही होगा, अब ना जाने वह पल कब आएगा और कैसे आएगा। एक दिन सभी को मरना है और यह एक परमसत्य है, जिसे दुनिया का कोई भी मनुष्य बदल नहीं सकता है। लेकिन फिर भी मौत का नाम सुनते ही सभी के मन एक आशंका और डर जरूर रहता है।लेकिन आज हम आपको मृत्युपूर्व होने वाले कुछ ऐसे आभासों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे यह मालूम किया जा सकता है कि किसी व्यक्ति की मृत्यु कितने समय बाद हो सकती है।
कहा जाता है की जब किसी व्यक्ति का बायां हाथ अचानक से लगातार एक सप्ताह तक अकारण ही फड़कता रहे तो समझ जाना चाहिए कि उसकी मृत्यु का समय अब निकट है। शिवपुराण के अनुसार जिस इंसान की जीभ अचानक से फूल जाए, दांतों से मवाद निकलने लगे और स्वास्थ्य बहुत ज्यादा खराब होने लगे तो उस इंसान का जीवन मात्र कुछ माह शेष है। कहा जाता है कि जब किसी व्यक्ति को ध्रुव तारा दिखाई देना बंद हो जाए तो वह इंसान ज्यादा से ज्यादा छह माह और जीवित रह पाता है।
समय बीतने के साथ अगर व्यक्ति अपनी नाक को देख पाने में असमर्थ महसूस करता है अर्थात उसकी मौत उसके निकट होती है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति की आंखें ऊपर की ओर मुड़ने लगती हैं। ऐसी आशंका रहती हैं कि जिन लोगों की मृत्यु एक माह शेष रहती है वे अपनी छाया को भी स्वयं से अलग देखने लगते हैं। कुछ लोगों को तो अपनी छाया का सिर भी दिखाई नहीं देता है।