आज के दौर में लोग किस कदर लालची हो गए हैं कि वह किसी मरे हुए व्यक्ति को भी नहीं छोड़ते। वीरवार की रात को गांव मधीर के पास सड़क के हादसे एक युवक की मौत हो गई थी। लोगों ने युवक को उठाने की बजाए उसकी कार का सामान चोरी करना जरूरी समझा। उसके शव को उसके परिवार वाले दो घंटे के बाद लेकर गए।
गिद्दड़बाहा निवासी हैपी (32) पुत्र गुरनाम सिंह मधीर में ही लकड़ी का काम करता था। वह रात को दुकान से अपनी कार पर गिद्दड़बाहा जा रहा था। मधीर से बाहर निकलते ही उसकी कार अनियंत्रित होकर एक नीम के पेड़ के साथ जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आधा पेड़ टूटकर नीचे गिर गया। टक्कर के दौरान उसकी कार में ही मौत हो गई। जब रात को काफी समय तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार वाले उसकी तलाश के लिए निकल पड़े।
लेकिन इससे पहले ही कुछ लोग उस मृतक को उठाने की बजाए उसकी गाड़ी का सामान उतारने में जुट गए। लोगों ने कार के तीन टायर, म्यूजिक सिस्टम व बैटरी भी चोरी कर ली। परिवार वाले जब उसे ढूंढते हुए मौके पर आए तो उन्होंने देखा कि हैपी मृत पड़ा था। उसका शव गिद्दड़बाहा के सिविल अस्पताल में ले जाया गया। शुक्रवार को पुलिस ने 174 की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवा शव वारिसों को सौंप दिया है।