भीख मांगकर रोटी खाने को हो गए हैं मजबूर, पूछती है नन्ही बेटी-‘मेरे पापा घर कब आएंगे’

पठानकोट के विधानसभा क्षेत्र भोआ के अधीन पड़ते गांव मान नंगल के एक ही परिवार के 2 बेटे विदेश में फंसे होने का मामला 3 महीने पहले सामने आया था। पारिवारिक सदस्य धर्मपाल, कमलेश रानी, सुरजीवन कुमारी, आजाद कुमार, कुलजीत, सरबजीत कौर, राजकुमारी, कृष्णा देवी, सोमराज व अन्य ने बताया कि सुखविंद्र कुमार पुत्र धर्मपाल, बलविंद्र कुमार पुत्र धर्मपाल निवासी मान नंंगल, मनदीप जालंधर से बलजीत सिंह व्यास से और रमेश कुमार बटाला से जोकि 20 अक्तूबर 2018 को एक ठेकेदार के माध्यम से कार्य हेतु कुवैत के वफरा ब्लॉक नंबर 4 में गए थे।
जहां उन्हें जम्मू-कश्मीर निवासी ठेकेदार मोहम्मद ताजुद्दीन की ओर से सरिया काटने और स्टील फिटर के काम में लगा दिया गया था लेकिन उक्त ठेकेदार की ओर से उन्हें काम से बाहर निकाल दिया गया और उन्हें पैसे भी नहीं दिए गए हैं, जिसके चलते उन्हें भुखमरी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीनों से कोई भी काम न होने के चलते उनके पास न तो पैसे हैं और बहुत जल्द ही उनके मोबाइल का नैट खत्म होने वाला है। 
भुखमरी के चलते उन्हें भीख मांग कर रोटी खानी पड़ रही है, उन्होंने कहा कि इसके संबंध में वह जिलाधीश से भी मिल चुके हैं परंतु अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। कुवैत में फंसे इनमें से एक युवक की नन्हीं बेटी बारम्बार सवाल कर रही है कि उसके पापा वापस कब घर आएंगे? सुखविंद्र और बलविंद्र कुमार के जीजा आजाद कुमार पुत्र सुरती लाल निवासी दशोपुर ने बताया कि वह भी काम करने के लिए वहीं ठेकेदार के माध्यम से 4 फरवरी 2019 को सिविल फोरमैन के रूप में कुवैत में गया था। वीजा खत्म होने के चलते वह जल्द ही वहां से वापस लौट आया। 

सीमा कुमारी ने सन्नी देओल के ध्यान में लाया था मामला 

पूर्व विधायक सीमा कुमारी द्वारा यह पुरा मामला लोकसभा हलका गुरदासपुर के सांसद सन्नी देओल के ध्यान में लाया गया है, जिसके उपरांत सांसद ने यह पूरा मामला विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री के ध्यान में लाया गया और संबंधित विभाग की ओर से कुवैत में फंसे 4 युवकों को लेकर मामला पूरी गंभीरता के साथ लिया गया और अभियुक्त ठेकेदार के खिलाफ और युवकों को फिर से वतन वापसी के लिए कागजी कार्रवाई आरंभ की गई है।

सांसद सन्नी देओल द्वारा मामला उठाए जाने के बाद भी नहीं हो सकी वतन वापसी
करीब 10 महीने बीत जाने के बाद और सांसद सन्नी देओल के मामला  ध्यान में आने के बाद भी अभी तक उनके बेटों की वतन वापसी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि विदेश में फंसे युवक का पिता भी गंभीर हालत में बीमार है और परिवार के सदस्य भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके बेटों की वतन वापसी होगी या नहीं होगी। लिहाजा वह पंजाब सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि उनके लाडलों की घर वापसी सुनिश्चित की जाए। 
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