भोजपुर जिला के बड़हरा थाना के मनीछपरा गांव निवासी युवक ओम प्रकाश राम के अपहरण व हत्या के मामले का पुलिस ने लगभग पर्दाफाश कर दिया है। इधर, भोजपुर एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि शुरूआती जांच में यह बात सामने आ रही कि प्रेम-प्रसंग में उपजे विवाद को लेकर हत्या की इस घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। घटनाक्रम के संबंध में पूछताछ चल रही है। इधर, प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर पुलिस को पूरा भरोसा है कि वह मामले की तह तक पहुंच गई है। 

जिसके आधार पर घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों के गिरेबान तक पुलिस के हाथ जल्द ही पहुंच सकते हैं। क्योंकि घटना के संदर्भों के आधार पर प्रथम ²ष्टया पुलिस प्रेम-प्रसंग से जुड़े जिन कारणों को मान जांच में जुटी है वह सही दिशा में जाती हुई प्रतित हो रही है। बता दें कि ओम प्रकाश का नर कंकाल मिलने के दूसरे दिन यानि सोमवार को आक्रोशित ग्रामीणों, भाकपा माले व राजद कार्यकर्ताओं ने मिलकर केशोपुर पुल पर आरा-बड़हरा मुख्य सड़क को जाम कर प्रदर्शन व आगजनी की थी।
इसके बाद शायद दबाव महसूस कर रही पुलिस भी बिना समय गंवाए हरकत में आई थी। जिसका नतीजा निकला था कि सोमवार की शाम होते-होते दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने मनीछपरा गांव निवासी शोभनाथ राम के पुत्र माना राम तथा सूरज राम उर्फ राजा को उठाया है। बता दें कि 22 दिसम्बर 2019 को मनीछपरा निवासी रामरुप राम उर्फ मड़ई राम का पुत्र ओमप्रकाश राम उर्फ छोटू कुमार (22वर्ष) गायब चला आ रहा था।
जिसको लेकर परिजनों द्वारा अगले दिन बड़हरा थाना में गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया गया था। पांच रोज बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया था। करीब आठ रोज बाद बड़हरा पैक्स गोदाम व बंगाली बाबा स्थान के समीप स्थित सरसों के खेत से एक नरकंकाल पुलिस ने बरामद किया था । जहां पर पड़े कपड़े से पहचान करने की बात सामने आई थी। कपड़े के अनुसार उस नरकंकाल को परिजनों ने मनीछपरा से गायब युवक ओम प्रकाश के रूप में बताई गई है।जिसे आधार मानकर मनीछपरा के लोगों ने अगले दिन सड़क जाम व आगजनी किया था।