यूपी के गोंडा में घाघरा नदी में नाव पलटने की घटना में गायब तीन व्यक्तियों के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं शाम होते ही अफसरूमौके से निकल गए हैं। नदी में डूबे ऐली परसौली के नत्था राम चौहान की बहन लखराजी बिलख बिलख कर रूंधे गले अपना हाल बयां किया। उन्होंने बताया कि नाव डूबने के बाद मौके पर देर से पहुंचे सभी पुलिस पीएसी के आला अधिकारी केवल तमाशबीन रहे। वही नत्थाराम की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। बेहोश होने पर ग्रामीणों ने उसे नदी के तट से किसी तरह उपचार के लिए बंधे पर लाए।
इसके अलावा नाविक राम अवतार केवट को गंभीरावस्था में उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। ऐली परसौली गांव के किसी तरह तैर कर बाहर आए ननकू व रामू का गांव में ही उपचार हो रहा है। थाना उमरी बेगमगंज क्षेत्र के ऐले परसौली के समीप मंगलवार को तकरबीन सवा ग्यारह बजे जिला बाराबंकी की तरफ से घाघरा नदी के रास्ते इस पर आने के लिए एक छोटी नाव पर दो बाइक, तीन साईकिल समेत तकरबीन चौबीस लोग सवार हुए। नाव नदी की तेज धारा में पहुचते ही अनियंत्रित होकर पलट गई।
बताते हैं कि नाविक सहित बीस लोग किसी तरह तैर कर बाहर आ गए। बाकी चार लोग नदी में ही डूब गए। इस घटना में रूदौली से इसपार ऐली परसौली के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने आ रहे संदीप गुप्ता की नदी में डूबने से मौत हो गई। वहीं तीन व्यक्ति अभी लापता बताए जा रहे है। पांच घंटा बीतने के बाद भी राहत बचाव की टीमें खाली हाथ रही। नौका, बाईक, साईकिल व डूबे हुए व्यक्ति नत्थाराम, जगन्नाथ व केशव राम का कुछ अतापता नही चला पाया है। शाम ढलने के बाद अंधकार होने से रेस्क्यू को रोक दिया गया है।