राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 30 जून तक आयोजित होने वाले अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। इस बात की घोषणा सोमवार को सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने की। उन्होंने कहा कि संघ इस बार मई और जून में होने वाले प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित नहीं करेगा। 1929 से आयोजित होने वाले यह प्रशिक्षण शिविर केवल तब नहीं हुए थे जब संघ को प्रतिबंधों को सामना करना पड़ा था।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए संघ के सह सरकार्यवाह ने कहा कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। हमें ऐसा लगता है कि स्थिति के सामान्य होने के बावजूद भी कुछ समय के लिए सोशल डिस्टेंसिंग की सावधानी रखनी चाहिए। इसलिए संघ ने तय किया है कि 30 जून तक कोई भी ऐसा आयोजन न किया जाए जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटें। संघ नेतृत्व ने मई और जून में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविरों को भी स्थगित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि संघ के कार्य विस्तार में इन प्रशिक्षण शिविरों का सर्वाधिक महत्व होता है। संघ का पूरा नेतृत्व और सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित होने वाले इन प्रशिक्षण शिविरों में 20 दिन एक साथ रहते हैं। इन शिविरों में ही कार्यकर्ताओं को शारिरिक और बौद्धिक रूप से तैयार किया जाता है। यह वर्ग प्राथमिक, प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष एवं तृतीय वर्ष के रूप में आयोजित किए जाते हैं। तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण नागपुर में ही आयोजित किया जाता है। इन प्रशिक्षण शिविरों में प्रतिवर्ष लगभग 25 हजार कार्यकर्ताओं को तैयार किया जाता है। संघ का कहना है कि इस वर्ष यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न आयोजित करके कार्यकर्ताओं को कोरोना से उपजी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सेवा कार्यों के लिए प्रेरित किया जाएगा।