पति को अपनी पत्नी को भरण-पोषण रकम सिक्कों में देना भारी पड़ गया. न्यायालय के आदेश पर पति को खुद पूरे सिक्के गिनने के साथ ही पत्नी को घर तक भी छोड़ना पड़ा. सिक्के सौ-दो सौ नही, बल्कि 33 हजार 8 सौ रुपये के थे, जिसका वजन 50 किलो से भी ज्यादा था. आपको बता दें की ये मामला जांजगीर के कुटुंब न्यायालय का है, जहां पामगढ़ के ग्राम कोसला का रहने वाले पुनीराम ने नवागढ़ की यशोधरा साहू से शादी की थी, लेकिन घरेलू विवाद के चलते दोनों 20 साल से अलग हैं.
इस बीच उनका मामला परिवार परामर्श केंद्र में भी चला, लेकिन समझौता नहीं होने के कारण कुटुंब न्यायालय जांजगीर पहुंच गया. न्यायालय के आदेश पर पुनीराम को अपनी पत्नी को हर माह 37 सौ रुपये देता था, लेकिन पिछले आठ माह से किसी कारणवश पैसा नहीं दे पाया इसलिए शुक्रवार को वो आठ माह की रकम सिक्कों के रूप में लेकर न्यायालय पहुंचा.
बोरियों में सिक्के लेकर अदालत पहुंचा गया था पति
कुटुंब न्यायालय के जज इस प्रकार सिक्के देने पर इसे पत्नी को परेशान करने का तरीका बताया और पुनीराम को ही कोर्ट रूम में सारे सिक्के गिनकर पत्नी यशोधरा के घर तक छोड़ने का आदेश दे दिया. वहीं पुनीराम का कहना है कि वह किसान है, और सब्जी-भाजी बेचकर उसने यह पैसे इकट्ठे किए हैं, लेकिन कोर्ट में पुनीराम की यह दलील कोई काम नहीं आई. बता दें कि पुनीराम ओर यशोधरा की चार बेटियां भी हैं, जिसमें से तीन की शादी भी हो चुकी है.