धार्मिक शास्त्रों के अनुसार यदि आप भगवान् विष्णु को खुश करना चाहते है तो एकादशी का व्रत करके आप भगवान् विष्णु को खुश कर सकते है. बता दे कि एकादशी महीने में दो बार आती है. इसमें सबसे पहले शुक्ल पक्ष की एकादशी आती है और फिर कृष्ण पक्ष की एकादशी आती है. इसलिए शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है, कि इस दिन व्रत रखने से भगवान् विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन से हर प्रकार की समस्या भी दूर हो जाती है. बरहलाल ये व्रत रखने से पहले इसके विधि विधान की पूरी जानकारी होना भी जरुरी है.
जी हां शास्त्रों में एकादशी के व्रत को लेकर कुछ ऐसे नियम बनाएं गए है, जिनका पालन करना बेहद जरुरी है. इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि एकादशी के व्रत या एकादशी के दिन ऐसी कौन सी चीजे है, जो आपको नहीं खानी चाहिए. बता दे कि एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए यानि घर में चावल नहीं बनाने चाहिए. वो इसलिए क्यूकि शास्त्रों में चावल का संबंध जल यानि पानी से है और पानी का संबंध चन्द्रमा से है.
गौरतलब है, कि चन्द्रमा व्यक्ति के मन और उसकी भावना पर गहरा असर डालता है और वो भी इसलिए क्यूकि हमारी पांचो ज्ञानेन्द्रियाँ मन के अधीन होती है और मन का स्वामी तो चन्द्रमा ही होता है. इसके इलावा जौ का सेवन भी इस दिन नहीं करना चाहिए. जी हां शास्त्रों के अनुसार इसे भी वर्जित यानि निषेध माना गया है. गौरतलब है, कि एकादशी के दिन प्याज और लहसुन का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
वो इसलिए क्यूकि इससे गंधयुक्त और मन में कामभाव बढ़ने की क्षमता तेज हो जाती है. जिसके चलते इस दिन इन चीजों का सेवन वर्जित किया गया है. गौरतलब है, कि एकादशी और द्वादशी के दिन बैंगन खाना भी अशुभ माना जाता है. इसके साथ ही मांस और शराब का सेवन भूल कर भी एकादशी के दिन न करे.