महानगर के गांधी पार्क थाना क्षेत्र के दुर्गापुरी मोहल्ला की में परिवार सहित रहने वाली एक दरोगा की पत्नी ने सोमवार को बीमारी से तंग आकर फांसी लगा ली। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। मगर, परिवारीजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया।
मेरठ शहर की सदर चौकी में बतौर इंचार्ज तैनात दरोगा नंदकिशोर का परिवार गांधी पार्क की नौरंगाबाद चौकी क्षेत्र के दुर्गापुरी मोहल्ले में रहता है। सोमवार को घर में पत्नी सुशीला देवी सहित दो बेटी और एक बेटा था। नंदकिशोर भी छुट्टी पर आए थे। मगर, रिश्तेदारी में हुई एक व्यक्ति की मौत पर वह शव यात्रा में शामिल होने चले गए थे।
इसके बाद करीब सुबह 10 बजे सुशीला ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और पंखे पर साड़ी का फंदा लगाकर उस पर झूल गई। घर में मौजूद बच्चों ने जब दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं होने पर उन्होंने पड़ोस में रहने वाले एक रिश्तेदार को बुला लिया। रिश्तेदार ने खिड़की से झांककर देखा तो सुशीला का शव फंदे पर लटका हुआ था।
यह देख घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पति नंदकिशोर भी आ गया। इधर, पुलिस भी पहुंच गई। हालांकि परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। नंदकिशोर के मुताबिक पत्नी दो साल से पेट और शुगर की बीमारी से जूझ रही थी। खुर्जा के एक डाक्टर से उनका उपचार चल रहा था। बीमारी के चलते वह तनाव में रहतीं थीं। इंस्पेक्टर गांधी पार्क के अनुसार शव का पोस्टमार्टम परिवार वालों के इंकार करने पर नहीं कराया गया।