इतने घंटे की नींद लेना है बेहद आवश्यक वरना थोड़ी सी लापरवाही ले सकती है आपकी जान



हर इंसान जीवन मे कुछ पाने के लिए मेहनत करता है और मेहनत और काम के बाद हर किसी को आराम की भी उतनी ही जरूरत होती है। बता दे कि अगर आप जरूरत से कम नीद लेते है तो आपके शरीर मे बहुत तंरह की समस्या आ सकती है। नतीजा कोई गंभीर बीमारी या उससे भी कुछ ज्यादा। आपको बता दे कि छह घंटे से कम की नींद मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में मृत्यु का जोखिम लगभग दोगुना कर सकती है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम यानी कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापे का एक संयोजन है। आपको जानकर हैरानी जोगी कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोग अगर छह घंटे से अधिक की नींद लेते हैं तो उन्हें स्ट्रोक आ सकता है और ये स्ट्रोक इतना खरतनाक होता है कि इसकी वजह से मौत का जोखिम तक हो जाता जाता है।
बताना चाहेंगे कि इसके विपरीत छह घंटे से कम सोने वालों को हृदय रोग से मौत का जोखिम 2.1 फीसदी ज्यादा हो जाता है। वैज्ञानिकों के लगातार शोध के बाद बताया कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति कम नींद लेने वालों को बगैर मेटाबॉलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोगों की तुलना में किसी भी कारण से 1.99 प्रतिशत अधिक मौत का जोखिम बढ़ जाता है।

पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के जाने माने प्राध्यापक जूलियो फर्नांडीस-मेंडोजा ने इस मामले पर काफी शोध करने के बाद बताया कि अगर आप हृदय रोग के जोखिम से गुजर रहे हैं तो आपके लिए यह बेहद आवश्यक है कि आप अपनी नींद का बराबर ध्यान रखें। यदि आपकी नींद पूरी नही हो पाती है तो इस जोखिम से बचने के लिए किसी विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें, क्योंकि ऐसी स्थिति जो कहने और सुनने में बेहद ही सामान्य लगे मगर यह आपकी जान तक ले सकती है। बेहतर होगा कि आप अपनी नींद को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही ना करें।

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