इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के एक ताजा बयान से इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ियों को झटका लगा है। वॉन ने कहा है कि इंग्लैंड ऐंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को कोविड-19 से प्रभावित इस सत्र को छोटा करने के अलावा आर्थिक पहलू को देखते हुए अगले दो साल तक विदेशी खिलाड़ियों के करारों को रद्द कर देना चाहिए। इससे पहले कोरोना वायरस संक्रमण के कारण ईसीबी ने एक जुलाई तब सभी तरह की क्रिकेट गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। इस फैसले का अर्थ यह हुआ कि काउंटी मुकाबले के नौ दौर के मैचों का आयोजन नहीं हो सकेगा। इससे काउंटी टीमों को साढ़े 8 करोड़ पाउंड (आठ अरब रुपये से अधिक) का नुकसान होगा।
वॉन ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘आपको हर उस चीज पर नजर रखनी होगी जहां से आप कुछ बचा सकते है।’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि परंपरावादी विचार वाले लोगों को इससे परेशानी हो सकती है पर ये अभूतपूर्व समय हैं।’ उन्होंने सवाल किया, ‘क्या अगले दो वर्षों में आप चार दिवसीय मैचों को बिना विदेशी खिलाड़ी के नहीं देख सकते हैं?’ वहीं कई काउंटी टीमों ने पहले ही विदेशी खिलाड़ियों के करारों को रद्द कर दिया है, इसमें भारतीय खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन भी शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने काउंटी चैंपियनशिप को 14 से 10 मैच का करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, ‘चार दिवसीय मैच में खर्च होता है। ऐसे में अगले दो साल तक आप 14 की जगह 10 मैच करा सकते है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई परेशानी होनी चाहिए।’ वॉन 2003 से 2008 तक इंग्लैंड के कप्तान रहे थे।