जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए तिनसोली निवासी देवेंद्र सिंह की आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घाट भीरी में अंतिम संस्कार किया गया।इस दौरान सैकड़ों की तादाद में एकत्रित लोगों ने नम आंखों से भारत माता के इस जांबाज सिपाही को अंतिम विदाई दी । उनके छोटे भाई रविन्द्र सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी।
शहीद देवेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को विशेष विमान द्वारा गुप्तकाशी पहुंचाया गया, जहां पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य लोगों ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद आर्मी वाहन द्वारा शहीद के पार्थिव शरीर को गुप्तकाशी मुख्य बाजार से होते हुए उनके पैतृक गांव तिनसोली पहुंचाया गया। इस दौरान साथ चल रहे लोगों के मुख से देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों से केदारघाटी गूंजने लगी। गांव में जैसे ही पार्थिव शरीर पहुंचा, पहले से ही एकत्रित परिजन और पास-पड़ोस के लोग फूट-फूट कर रोने लगे। शहीद के परिजन उनके पार्थिव शरीर से लिपटकर आंसुओं की अंतिम बूंद गिरने तक रोते और बिलखते रहे।
इस दौरान शहीद का मासूम बेटा कभी मां को सिसकते देखता तो कभी अनायास जुटी भीड़ को निहारता।इन सब से अनजान वो दादा की उंगली पकड़कर एकटक पिता के पार्थिव शरीर को निहारता रहा। लगभग 1 घंटे पार्थिव शरीर शहीद के चौक पर रहा। इस दौरान बड़ी तादाद में ग्रामीणों ने जांबाज सपूत को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी। बाद में शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक घाट भीरी पहुंचाया गया ।वैदिक मंत्र द्वारा तीन पिंडदान कर उनके छोटे भाई रविंद्र ने शहीद को मुखाग्नि देकर आत्मा की शांति की कामना बाबा केदारनाथ से की।
अंत्येष्टि के दौरान इकट्ठा लोगों ने भारत माता के जयकारों से इस वीर सपूत को अश्रुपूर्ण विदाई दी। अंत्येष्टि के दौरान विधायक भरत चौधरी, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष अमर देवी शाह, उपाध्यक्ष सुमन तिवारी, गणेश तिवारी , जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, ब्लॉक प्रमुख श्वेता पांडे सहित सैकड़ों की तादाद में लोग उपस्थित थे ।