मध्यप्रदेश में नशे के अवैध कारोबार और दैहिक अपराधों के चलते सुर्खियों में चल रहे शिवपुरी जिले के पिछोर अनुभाग से फिर ऐसी ही वारदात की खबर है। जानकारी के मुताबिक लाडो आदिवासी (परिवर्तित नाम) निवासी पीपलखेड़ा ने मायापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसका दृष्टिहीन बेटा लली (परिवर्तित नाम) शुक्रवार की रात 8 बजे घर के बाहर बैठा था। इसी दौरान गांव के ही उत्तम, कल्ला व शोभा आए। तीनों मिलकर दिव्यांग बेटे से गाली-गलौज करने लगे
इसके बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर कुल्हाड़ी से लाडो आदिवासी की नाक काट दी और उसके दृष्टिहीन बेटे का भी कान काट दिया। इसके बाद तीनों आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस पूछताछ में पीड़ित वृद्ध महिला आदिवासी ने बताया कि उसका बड़ा बेटा राधे आदिवासी एक साल पहले शोभाराम के तीसरे बेटे गंगाराम की बहू को भगाकर ले गया है। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने उसकी नाक व बेटे का कान काटा है। पुलिस ने आरोपी शोभाराम आदिवासी और उसके दो बेटे उत्तम आदिवासी और कल्ला आदिवासी के खिलाफ धारा 324, 323, 294, 506 भादवि के तहत मुकदमा पंजीबद्ध कर लिया है।
पुलिस विवेचना के दौरान मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर अन्य धाराओं का इजाफा कर सकती है। घटना के बाद घायल राजो आदिवासी और उसके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं घटना के बाद से तीनों आरोपी फरार हैं। उधर इस घटना के बाद से पीपलखेड़ा गांव में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि गांव में आरोपी फिर ऐसी ही घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए फरियादी पक्ष को पुलिस की सुरक्षा दी जाने चाहिए।