विदेश भागने की फिराक में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे तब्लीगी जमात के 8 लोगों को रविवार को इमीग्रेशन के अधिकारियों ने धर दबोचा। पकड़े गए जमातियों को क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया है। क्राइम ब्रांच की टीम अब इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस समय सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट का संचालन नहीं हो रहा है, सिर्फ कार्गो विमानों की सेवा जारी रखी गई है। पकड़े गए जमाती राहत सामग्री लेकर मलेशिया जा रही फ्लाइट में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे।
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में कोरोना संक्रमण को लेकर बरती गई बड़ी लापरवाही का खुलासा होने के बाद से ही यहां आए जमातियों की खोजबीन जारी है। जमात के मुखिया मौलाना साद अंडरग्राउंड हो गए हैं लेकिन मरकज से निकले जमातियों की तलाश में पूरे देश में की जा रही है। इसी क्रम में एयरपोर्ट पर तैनात एजेंसियों को भी पहले से ही अलर्ट पर रखा गया था। यह जमाती मलेशिया भागने की फिराक में एयरपोर्ट पहुंच गए। ये सभी राहत सामग्री लेकर मलेशिया जा रही फ्लाइट में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। नियम के मुताबिक सभी को क्वारंटाइन में रखा जाएगा। हालांकि पर्यटक वीजा पर मरकज आए विदेशी जमातियों का वीजा पहले ही रद्द किया जा चुका है।
अब तक 295 विदेशी पकड़े गए
मरकज में आए जिन 1100 लोगों को पुलिस ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों से पकड़ा है, उसमें से 295 विदेशी मूल के नागरिक हैं। इनमें से ज्यादातर विदेशी दिल्ली के पुल प्रहलादपुर, मालवीय नगर, हौजरानी, तुर्कमान गेट, चांदनी महल, वजीराबाद, भलसवा डेयरी, शास्त्री पार्क और वेलकम इलाके में स्थित छोटी-बड़ी मस्जिदों में और अपने जानकार के जरिये कमरा लेकर रह रहे थे।
800 से ज्यादा भारतीय भी पकड़े
मरकज के जिन 1100 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है, उनमें 800 से ज्यादा भारतीय शामिल हैं। इन्हें भी दिल्ली के विभिन्न् इलाकों में स्थित मस्जिदों और कमरों से बरामद किया गया है। इसके अलावा कई को सीमावर्ती इलाकों से भी पकड़ा गया है, जो दिल्ली से बाहर जाने की फिराक में थे। इसमें ज्यादातर यमुनापार के सीमावर्ती इलाकों के आसपास पकड़े गए।