70 हजार के बिजली के बिल के कारण परेशान युवक की आत्महत्या के बाद अंतिम यात्रा के दौरान शव रखकर राजमोहल्ला चौराहे पर कुछ देर के लिए चक्काजाम किया गया। युवक की छोटी बहन अफसरों से बोली, घर चलाने वाला चला गया, अब हमारा पालन पोषण कौन करेगा? बिजली अफसरों ने मिन्नतों के बाद भी बिजली चालू नहीं की थी, युवक ने खुदकुशी की तो शनिवार को आकर टीम बिजली चालू कर गई।
इंदिरा नगर सालवी मोहल्ले में रहने वाले बबलू दुबे (33) वर्ष ने शुक्रवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बबूल मां, छोटी बहन व छोटी बेटी व बेटे के साथ कच्चे मकान में रहता था। रिक्शा चलाकर परिवार की आजीविका चलाता था। बिजली कंपनी ने उसे 70 हजार का बिल भेज दिया और बिल जमा नहीं करने पर कनेक्शन काट दिया। शुक्रवार को उसकी बेटी का जन्मदिन था। बिजली कंपनी के अफसरों से मिन्नत करी कि कनेक्शन जोड़ दें, वह 5 हजार भरने को भी तैयार थी लेकिन अफसर नहीं मानेे। परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद बिजली अफसरों को मौत के लिए दोषी बताते हुए लोगों ने राजमोहल्ला चौराहेपर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। तहसीलदार मनीष श्रीवास्तव, मल्हारगंज टीआई संजय मिश्रा ने उसके परिवार से बात की। छोटी बहन अफसरों से बोली, उसका भाई पूरा घर चलाता था, अब वह चला गया, हमारा क्या होगा? लोगों ने परिवार को मुआवजा देेने की मांग रखी जिस पर तहसीलदार ने मदद कराने का आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त कराया। बबलू के परिचित पवन चौहान के मुताबिक, जब सभी लोग अंतिम संस्कार करने के लिए गए थे उस दौरान बिजली कंपनी की टीम ने आकर बबलू के घर का कनेक्शन जोड़ दिया। बबलू के सात साल के बेटे ने उसे मुखाग्नि दी। परिवार की अभी पड़ोसी देखभाल कर रहे है।