उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक प्रेम कहानी का दुखद अंत हो गया। दरअसल, बरेली नबावगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली छह बच्चों की मां ने खुद को घर में बंद कर लिया और तेल छिड़क कर आग लगा ली। घर से आग की लपटें और धुआं निकालने लगा तो दर्जनों ग्रामीण और प्रेमी वहां पहुंच गए। इस दौरान प्रेमी उसे बचाने के लिए घर के ऊपर पड़े खपरैल हटाकर अंदर कूद गया। बताते हैं कि आग की लपटों से घिरी प्रेमिका ने उसे बचाने पहुंचे प्रेमी को कसकर पकड़ लिया। जिससे दोनों की मौत हो गई।
घटना नबावगंज के सतुईया खुर्द गांव की है। हर प्रसाद ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसका छोटा भाई रामचंद दो बच्चों के साथ दिल्ली में काम करता है, जबकि उसकी पत्नी राजेश्वरी चार बच्चों के साथ गांव में ही दूसरे मकान में रहती है। राजेश्वरी का तीन साल से पड़ोस में रहने वाले अनिल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। राजेश्वरी अनिल को खर्चा-पानी के लिए रुपये देती थी। उनके बीच में पैसों को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद राजेश्वरी ने अनिल के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा लिखा दिया। इसके बाद गांव में पंचायत बैठी। जिसमें राजेश्वरी को 22 हजार रुपये देने की बात पर अनिल से समझौता करा दिया था।
23 अगस्त की रात राजेश्वरी ने अनिल को 22 हजार रुपये देने के लिए और मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन अनिल नहीं आया। इससे नाराज होकर राजेश्वरी ने खुद को घर में बंद कर लिया और तेल छिड़क कर खुद को आग के हवाले कर दिया। घर से आग की लपटें और धुआं निकालने लगा। तब वह और तमाम ग्रामीण मौके पर पहुंचे। अनिल भी वहां आ गया। अनिल घबरा गया और उसे बचाने के लिए घर के ऊपर पड़े खपरैल हटाकर अंदर कूद गया।
जिससे दोनों बुरी तरह जल गए। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह घर का दरवाजा तोड़ा और आग पर काबू पाकर दोनों को बाहर निकाला। अनिल को उसके परिजन जिला अस्पताल ले गए। जबकि राजेश्वरी ने जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं, प्रेमी की इलाज के दौरान शनिवार को जिला अस्पताल में मौत हो गई। एसपी शैलेष रंजन ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी।