डेंगू के खतरनाक मच्छर घर के आस पास रखे खुले साफ़ पानी में पनपते हैं. इसलिए सलाह दी जाती हैं कि घर के आस पास रखे पानी को कभी खुला ना छोड़े बल्कि ढक कर रखे. लेकिन कई बार लाख सावधानी बरतने के बाद भी डेंगू की बिमारी लोगो को जकड़ लेती हैं. इस स्थिति में डेंगू से डरने की नहीं बल्कि चतुराई से निपटने की जरूरत हैं. जहाँ एक और डेंगू होने पर आपको डॉक्टरी सलाह और दवाइयां लेनी चाहिए तो वहीँ साथ में इन 5 घरेलु उपायों को भी अपनाना चाहिए.
1. खूब पानी पिए:
डेंगू का बुखार शरीर से पानी सोखने का काम करता हैं. इस बुखार में मरीज को खूब पसीना आता हैं जिस से उसे पानी की कमी हो जाती हैं और वो कमजोर पड़ने लगता हैं. इसलिए हमारी सलाह हैं कि डेंगू होने पर आप जितना हो सके उतना पानी पीजिए. ऐसा करने से डेंगू में होने वाले सिरदर्द, हाथ पैर की मांसपैसियों में ऐठन जैसी समस्यां ख़त्म होने के साथ शरीर के अन्दर मौजूद विषैले तत्व भी बाहर निकल जाते हैं.
2. नीम की पत्तियां:
नीम की पत्ती में मौजूद औषधीय गुण कई बिमारियों से लड़ने में मदद करते हैं. डेंगू होने पर नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर वह पानी पिने से फायदा होता हैं. यह आपके शरीर में ब्लड प्लेटलेट काउंट और वाइट ब्लड सेल्स काउंट को बढ़ाकर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता हैं.
3. मैथी के पत्ते:
मैथी का इस्तेमाल बुखार को दूर करने के लिए कई सदियों से किया जा रहा हैं. मैथी के पत्तों में मौजूद औषधीय गुण बिमारी से लड़ने में मदद करते हैं. इन पत्तों में हल्का सा नशा भी होता हैं जो डेंगू के मरीजों को नींद ना आने की स्थिति में सोने में मदद करता हैं.
4. पपीते की पत्तियां:
डेंगू होने पर पपीते की पत्तियों को उबाल कर उसका सूप बना ले और मरीज को पिला दे. पपीते की पत्ती में पोषक तत्वों के अलावा आर्गेनिक कंपाउंड का ऐसा असरदार मिश्रण होता हैं जो आपके शरीर के प्लेटलेट काउंट को आश्चर्यचकित रूप से बढ़ा देता हैं. इसके अलावा पत्ती के अन्दर उपस्थित विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता हैं.
5. संतरे का रस:
विटामिन सी किसी भी तरह के बुखार में लड़ने में मदद करता हैं. संतरे के रस में विटामिन सी की मात्रा बहुताय में पाई जाती हैं. यह शरीर में फ्ल्युइड मात्रा को नियंत्रित करता हैं. इसलिए डेंगू के मरीज को इसका सेवन दिन में कई बार करना चाहिए.