छत्तीसगढ़ में अपराध चरम पर है। एक दिल दहलाने वाली खबर उत्तर छत्तीसगढ़ आई है। शादी के बाद मायके आई एक नवविवाहिता 13 दिन पूर्व घर से टॉयलेट के लिए निकली थी, इसके बाद से वह नहीं लौटी थी। घरवालों ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी बीच 13 दिन बाद नवविवाहिता की लाश गांव से लगे जंगल में मिली। पुलिस ने शव बरामद कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
बलरामपुर- रामानुजगंज जिले के बरियों चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत अमड़ीपारा निवासी सुनीता अगरिया (21 वर्ष) की शादी 5 महीने पहले कोरबा में हुई थी। शादी के बाद वह मायके आई हुई थी। 15 दिसंबर को वह घर से टॉयलेट के लिए निकली थी। इसके बाद वह वह वापस नहीं लौटी। घरवालों ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। थक-हारकर परिजनों ने इसकी शिकायत बरियों चौकी में दर्ज कराई थी। पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर उसकी खोजबीन में जुटी थी।
गांव से लगे जंगल में मिली लाश
रविवार को गांव के लोगों ने अमड़ीपारा के जंगल में एक महिला की लाश देखी। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शव की शिनाख्त 13 दिन से लापता सुनीता अगरिया के रूप में की गई। पुलिस ने शव को बरामद कर पीएम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।